Dehradun cloud burst updates: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सोमवार रात से आसमानी आफत बरस रही है। यहां प्रसिद्ध पर्यटक स्थल सहस्त्रधारा में बादल फटने से कई दुकानें बह गईं। मालदेवता और प्रसिद्ध टपकेश्वर मंदिर शिवलिंग तक डूब गया। शहरभर में भारी बारिश से हुई तबाही में कम से कम तीन लोगों की मौत और पांच अन्य लापता बताए जा रहे हैं। जल त्रासदी के बाद तमसा नदी रौद्र रूप में आ गई है। रेस्क्यू टीमों ने प्रभावित इलाकों से 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर आपदा की जानकारी ली।
देहरादून-मसूरी रोड पूरी तरह बंद
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा, ‘‘देहरादून में सहस्त्रधारा और माल देवता तथा मसूरी से भी नुकसान की खबरें मिली हैं।’’ देर रात हुई भारी बारिश से देहरादून-मसूरी मार्ग पूर्ण रूप से बंद हो गया है। शिव मंदिर के पास पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। मार्ग अवरुद्ध होने से सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लगी हुई है।
विकास नगर के शिमला बाईपास के परवल में आसान नदी में खनन करने गए आठ लोग बह गए, जिनमें से एक को सुरक्षित निकाल लिया गया, दो के शव सभावाला में बरामद हुए और पांच अभी भी लापता हैं। वहीं, कालसी-चकराता मार्ग पर जागरेड के पास स्कूटी सवार के ऊपर पत्थर गिरने से उसकी मौत हो गई। क्षेत्र में अभी तक तीन लोगों की मौत की सूचना है।
मालदेवता में 100 मीटर सड़क बही
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केसरवाला और मालदेवता में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। देहरादून जिले के सहस्त्रधारा क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जल प्रवाह बढ़ गया, जिससे मालदेवता, रायपुर में 100 मीटर लंबी सड़क बह गई और स्थानीय संपर्क बाधित हो गया।