नंदानगर के कुन्तरी गांव में मलबे में दबे पांचों लापता व्यक्तियों के शव बरामद कर लिए गए हैं। बरामद मृतकों में तीन महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं।
चमोली के नंदानगर में राहत-बचाव कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं। एसडीआरएफ-एनडीआरएफ के जवान लगातार मलबे को काटते–तोड़ते हुए राहत कार्य में जुटे हैं। आज शुक्रवार को पांच शव बरामद हुए। दो शव पूर्व में मिल चुके हैं।जबकि एक व्यक्ति कुंवर सिंह(42) पुत्र बलवंत सिंह जीवित मिले हैं। वहीं, लापता दो लोगों की तलााश जारी है।
चमोली जनपद के नंदानगर क्षेत्र में बुधवार की देर रात करीब 2 बजे बिनसर पहाड़ी की चोटी पर बादल फटने और अतिवृष्टि से फाली लगा कुंतरी, सैंती लगा कुंतरी और धुर्मा गांव में भारी तबाही हुई है। इस आपदा में 10 लोग लापता हो गए थे, जिनमें से सात के शव मिले हैं। मलबे की चपेट में आकर 10 आवासीय मकान भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं।
बिजली कड़कने के बाद कई लोग सतर्क हुए
जानकारी के मुताबिक बुधवार देर रात नंदानगर ब्लॉक में तेज बारिश शुरू हुई जो पूरी रात जारी रही। रात करीब 2 बजे बिनसर पहाड़ी पर बिजली कड़कने के बाद पहाड़ी पर मलबे का गुबार फूट पड़ा। पहाड़ी से निकले इस जलजले के साथ भारी मात्रा में मलबा और पानी नीचे आया जिसने पहाड़ी की तलहटी में बसे फाली लगा कुंतरी, सेंती लगा कुंतरी और धुर्मा गांव में तबाही मचा दी। हालांकि बिजली कड़कने के बाद कई लोग सतर्क हो गए थे और समय रहते सुरक्षित स्थानों पर चले गए थे।
इस आपदा में फाली लगा कुंतरी गांव के एक ही परिवार के पति-पत्नी और दो बच्चों सहित आठ लोग लापता हो गए। धुर्मा गांव से दो बुजुर्ग भी लापता बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव दल को कुंतरी लगा फाली गांव के नरेंद्र और जगदंबा प्रसाद के शव मलबे में मिले। पहाड़ी से आए मलबे के बाद पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी का माहौल बन गया और लोग अपनों को खोजने में जुट गए। तड़के 3 बजे घटना की सूचना जिला आपदा कंट्रोल रूम को दी गई जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया।