चारधाम देवस्थानम बोर्ड के खिलाफ तीर्थ पुरोहितों का आंदोलन अब पहाड़ों से देहरादून पहुंच चुका है। 23 नवंबर मंगलवार को में चार धाम तीर्थ पुरोहित हकहकूकधारी महापंचायत से जुड़े तीर्थ पुरोहितों ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्रियों के आवासों पर प्रदर्शन किया। मंत्रियों का घेराव किया। विरोध प्रदर्शन के दौरान तीर्थ पुरोहितों ने जमकर आक्रामक तेवर दिखाए। जल्द देवस्थानम बोर्ड भंग न होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी गई। तयशुदा कार्यक्रम के तहत तीर्थ पुरोहित सबसे पहले कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल के आवास पर पहुंचे। आवास के गेट के बाहर बैठकर उन्होंने जमकर नारेबाजी की।
एक तीर्थ पुरोहित ने शीर्षासन कर भी विरोध जताया। महापंचायत के संयोजक सुरेश सेमवाल ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड उन्हें किसी भी सूरत में मंजूर नहीं है। इस बोर्ड को स्वीकार नहीं किया जाएगा। सरकार ने 30 अक्तूबर तक देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की थी। आश्वासन भी दिया गया था। इसके बावजूद अभी तक बोर्ड को भंग करने की कोई कार्रवाई सरकार की ओर से नहीं की गई है।
ये सीधे तौर पर तीर्थ पुरोहितों के साथ वादाखिलाफी है। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने आक्रोश भी व्यक्त किया। कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने आश्वासन दिया कि जल्द उनकी मांगों पर कार्रवाई होगी। सरकार हाईपॉवर कमेटी की रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। कमेटी की रिपोर्ट को लेकर तीर्थ पुरोहितों ने नाराजगी जताई। कहा कि कमेटी की ओर से उनका पक्ष सुना ही नहीं गया। न मिलने को कोई बुलावा भेजा गया।
इसके बाद तीर्थ पुरोहितों ने कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल के आवास का घेराव किया। बिशन सिंह चुफाल को घेरते हुए कहा कि उन्हें हाईपॉवर कमेटी पर कोई विश्वास नहीं है। उन्हें सिर्फ दो टूक देवस्थानम बोर्ड भंग चाहिए। इसके अलावा कुछ भी और मंजूर नहीं है। शेष मंत्री आवास पर न होने के कारण उनके आवासों का घेराव नहीं हो पाया। अब 27 नवंबर को सचिवालय कूच किया जाएगा।