श्रीनगर। लोक निर्माण विभाग राष्ट्रीय राजमार्ग खंड और तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम ने ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर नगर क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। इस दौरान उफल्डा में टीम ने नौ अतिक्रमण ध्वस्त किए। यहां नजूल भूमि में अवैध निर्माण मशीन से तोड़ा गया। अतिक्रमण हटाते हुए टीम को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। इस मौके पर शांति व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौजूद रहा।
नैनीताल हाईकोर्ट के आदेशानुसार अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई की जा रही है। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के प्रति स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला। लोगों ने अतिक्रमण हटाने का विरोध किया। लेकिन प्रसासन के समक्ष एक न चली। पूर्वाह्न 11 बजे शुरू हुआ अभियान शाम तक चलता रहा। लोगो ने आरोप लगाया कि उन्हें समय पर नोटिस जारी नहीं किया गया था। उन्हें घरों से सामान बाहर नहीं लाने का मौका नहीं दिया। इस दौरान महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की।
पीडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता अखिलेश सैनी ने बताया कि अतिक्रमण कर बनाए गए 9 मकानों का धवस्तीकरण किया गया है। जबकि एक टिन शेड के नीचे वाहन खड़ा होने के चलते इसको तोड़ा नहीं जा सका। शनिवार को उफल्डा से उस अतिक्रमण को हटवा दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि एक हफ्ते पहले अतिक्रमण हटाने का नोटिस दिया गया था। जिसके बाद ही यह कार्रवाई की गई है।
सैनी ने बताया कि स्वीत से लेकर चमधार तक 23 अतिक्रमण चिन्हित किए गए हैं। जिनको एक हफ्ते के भीतर अतिक्रमण हटाने का नोटिस जारी किया गया है। देवप्रयाग से लेकर कीर्तिनगर तक राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुए 23 अतिक्रमणों को हटवाया गया है। इस मौके पर एसडीएम नूपूर वर्मा, तहसीलदार हरीश जोशी, पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता संदीप खाली और बाजार चौकी इंचार्ज सिंह रमोला आदि मौजूद रहे।