नई दिल्ली : बुधवार 4 अक्टूबर को यहां उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुस्कर सिंह धामी ने इनवेस्टर के लिए रोड शो किया, जिसमे विभिन्न कंपनियों के साथ कुल 19,385 करोड़ के निवेश के एमओयू साइन हुए। इसके तहत जेएसडब्लयू नियो एनर्जी लिमिटेड (जेएसडबल्यू ग्रुप) ने 15 हजार करोड़ और ओबरॉय , रेडिशन समेत पांच अन्य कम्पनियों ने 4385 करोड़ के एमओयू साइन किये हैं। सीएम की मौजूदगी में हुए इस एमओयू के तहत अल्मोड़ा में 1500 मेगावाट के 2 पम्प स्टोरेज का विकास किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने जेएसडबल्यू ग्रुप को पंप स्टोरेज प्लांट के साथ ही सीमेंट, स्पोर्ट, ट्रेनिंग सेंटर, पेयजल, कुमाऊं के मंदिरों (मानसखंड मंदिर माला को सीएसआर के तहत) पुनरोद्धार व सौंदर्यीकरण के क्षेत्र में सहयोग को कहा है।
बुधवार को हुए करार के तहत जेएसडब्ल्यू एनर्जी 1500 मेगावाट क्षमता के अल्मोड़ा में 2 स्व-पहचान वाली पंप स्टोरेज परियोजनाएं स्थापित करने की योजना पर कार्य करेगी। इसे अगले 5-6 वर्षों में विकसित किया जाएगा। अल्मोड़ा के जोसकोटे गांव में साइट 1 में यह योजना निचला बांध / जलाशय कोसी नदी से 8-10 किमी की दूरी पर प्रस्तावित है। इसी तरह अल्मोड़ा के कुरचौन गांव में साइट 2 में यह ऊपरी जलाशय कोसी नदी से 16 किमी की दूरी पर प्रस्तावित है। इस योजना से एक बड़ी आबादी को पेयजल की आपूर्ति तथा कृषि के लिए सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी। इस योजना से 1000 लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
बुधवार को रोड शो के दौरान जेएसडबल्यू ग्रुप के साथ ही पांच अन्य कम्पनियों ने कुल 4385 करोड़ के निवेश के एमओयू साइन किये। इसमें यथार्थ हॉस्पिटल ने चिकित्सा में, डीएस ग्रुप ने फ़ूड प्रोसेसिंग में, डिक्सन टेक्नोलॉजी ने इलेक्ट्रॉनिक विनिर्माण में, रेडिशन ग्रुप ने होटल व रिसोर्ट में, ओबरॉय ग्रुप, एसएलएमजी ने वेलनेस में, कोमयूस्म, टीडबल्यूआई और बीएसएस ने एमओयू किये। बतातें चले कि इससे पहले नई दिल्ली में आयोजित कर्टने रेजर कार्यक्रम के दौरान 4500 करोड़ और लंदन में आयोजित रोड शो के दौरान 12500 करोड़ के एमओयू साइन हुए थे।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने राज्य में पीएसपी के विकास को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पंप स्टोरेज परियोजना नीति तैयार की है। उम्मीद जताई गयी है कि एजएस ग्रुप इसी महीने अपना काम शुरू कर देगी। एमओयू के दौरान सचिव डॉ मीनाक्षी सुंदरम, विनय शंकर पाण्डेय, एमडी सिडकुल रोहित मीणा तथा जेएसडबल्यू नियो एनर्जी लिमिटेड के निदेशक ज्ञान बद्र कुमार मौजूद रहे।