पौड़ी गढ़वाल: सभी मां ज्वालपा के भक्तों को श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति, ज्वालपा धाम की ओर से नमस्कार एवं नववर्ष विक्रम संवत 2081 की मंगल कामनाएं।
चैत्र शुक्लपक्ष प्रतिपदा को सनातन धर्मावलंबी लोग पौरुषपूर्ण, लोककल्याणकारी एवं न्यायप्रिय सनातनी राजा वीर विक्रमादित्य के राज्यारोहण दिवस को विगत 2080 वर्षों से मनाता आया है। यद्यपि इस दिन को मानने के। कुछ और भी आधार हैं, जिनमें से एक महत्वपूर्ण आधार है चैत्र नवरात्रि। इस वर्ष नवरात्रि 9 से 17 अप्रैल के मध्य है। ज्वालपा धाम में नवरात्रि में पराम्बा मां ज्वालपा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए नियमित रूप से दुर्गा सप्तशती का वैदिक विधान से पूजा पाठ करने की व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा चुका है।
मंदिर समिति के मुख्य सचिव श्री रमेश थपलियाल ने सूचित किया है कि श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति एवं श्री ज्वालपा देवी सिद्धपीठ पूजा समिति द्वारा संयुक्त रूप से नवरात्रि पूजा पाठ का आयोजन किया जा रहा है। मुख्य पंडित की भूमिका निभाएंगे पंडित भास्कर ममगाईं, उनके साथ अन्य पुजारी भी होंगे। गुरुकुल पद्धति से संस्कृत शिक्षा प्राप्त कर रहे ज्वालपा धाम के विद्यार्थियों को इस दौरान व्यावहारिक ज्ञान भी मिलता है।
सिद्धपीठ पूजा समिति की ओर अध्यक्ष श्री सतीश अणथ्वाल (सपत्नीक) एवं मंदिर समिति की ओर से श्री रमेश थपलियाल, मुख्य सचिव (सपत्नीक) पूजा अनुष्ठान में मुख्य यजमान की भूमिका निभाएंगे।
नवरात्रि के दौरान दुर्गादेवी के नौ रूपों की विशेष पूजा की जाती है। प्रथम दिन शैलपुत्री, दूसरा दिन ब्रह्मचारिणी, तीसरा दिन चंद्रघंटा, चौथा दिन कूष्मांडा, पांचवां दिन स्कंधमाता, छटा दिन कात्यायनी, सातवां दिन कालरात्रि, आठवां दिन महागौरी और नौवां दिन सिद्धिदात्री के नाम समर्पित होता है।
नवरात्रि में ज्वालपा धाम में श्रद्धालुओं की चहल पहल भी बढ़ जाती है। यदि कोई श्रद्धालु रात्रि विश्राम ज्वालपा धाम में करना चाहे तो पहले ठहरने की व्यवस्था पता कर लें।
शारदीय नवरात्रि के दौरान दैनिक पूजा संकल्प में अपनी भेंट भेजने वाले श्रद्धालुओं ने उस सुविधा की सराहना भी की थी। अतः चैत्र नवरात्रि में दुर्गा पाठ में श्रद्धालु अपनी भेंट दैनिक पूजा संकल्प में शामिल करवाने के लिए भेज सकते हैं। सुबह नौ बजे तक प्राप्त नामों को पूजा संकल्प में शामिल किया जाएगा। उसके बाद भेजे गए नाम अगले दिन शामिल किए जाएंगे।
माँ ज्वालपा के पाठ में पूजा संकल्प के लिए जो भी श्रद्धालु अपनी भेंट देना चाहते हैं, वे कृपया निम्नलिखित माध्यम से अपनी भेंट भेज सकते हैं-
खाता धारक- श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति
बैंक – स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
शाखा – पदमपुर सुखरों, कोटद्वार गढ़वाल
खाता संख्या- 10438560245
IFSC कोड- SBIN0005848
इच्छुक दानदाता को QR कोड भी भेजा जा सकता है।
श्री ज्वालपा देवी मंदिर समिति को दी गई धन राशि पर आयकर अधिनियम की धारा 80G के अंतर्गत छूट का प्रावधान है।
भुगतान के स्क्रीन शॉट की फोटो मुझे भेज दें। साथ ही अपना नाम व पता भी भेज दें ताकि नवरात्रि के बाद आपको अक्षत, तिलक व हरियाली भेजी जा सके। धन्यवाद।
अपना नाम पता व स्क्रीन शॉट इस नंबर पर भेजें-
व्हाट्सएप नं.9318362756