हर्षिल से हिमाचल प्रदेश के छितकुल में ट्रैकिंग के दौरान लापता हुए पांच ट्रैकरों के शव छितकुल के समीप देखे गए हैं। हालांकि इनको अभी उठाया नहीं जा सका है। अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है। एक घायल को हर्षिल आर्मी अस्पताल में प्राथमिक उपचार के लिए भर्ती किया गया था। जिसे अब जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाया जा रहा है। जिस स्थान पर शव मिले हैं वहां पर करीब चार फीट बर्फ है। शुक्रवार 22अक्टूबर तक इन शवों को सेना के हेलीकॉप्टर की मदद से उठा लिया जाएगा।
बीते 11 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और अन्य स्थानों के आठ पर्यटकों का दल मोरी सांकरी की एक ट्रैकिंग एजेंसी के माध्यम से हर्षिल से रवाना हुआ था। इसके लिए दल ने उत्तरकाशी वन प्रभाग से 13 से 21 अक्तूबर तक लम्खागा पास तक ट्रैकिंग करने के लिए इनर लाइन परमिट भी लिया था। बीते 17 से 19 अक्तूबर के बीच मौसम खराब होने के कारण यह दल भटक गया। रेस्क्यू टीम लापता लोगों की तलाश कर रही है। बुधवार को आठ पर्यटकों समेत 11 लोग लापता हो गए थे। दल में तीन कुकिंग स्टाफ व 6 पोर्टर भी शामिल थे। 18 अक्टूबर को 6 पोर्टर लम्खागा पास के निकट पर्यटकों का सामान छोड़ कर छितकुल पहुंच गए थे। जब 19 अक्टूबर तक ट्रैकिंग दल छितकुल नहीं पहुंचा तो ट्रैकिंग एजेंसी ने आपदा प्रबंधन विभाग से मदद मांगी। जिस पर आर्मी व वायु सेना की मदद से रैस्क्यू अभियान शुरु किया गया। रैस्क्यू दल को छितकुल के समीप पांच शव दिखे हैं। हांलाकि इन शवों को अभी रैस्क्यू नहीं किया गया है। बताया जा रहा है शव अलग अलग स्थानों पर हैं। इन्हें एक स्थान पर एकत्र कर शुक्रवार को रैस्क्यू कर लिया जाएगा। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि एक पर्यटक मिथुन दारी का रैस्क्यू किया गया है। जिसे प्राथमिक उपचार के लिए आर्मी अस्पताल हर्षिल में भर्ती कराया गया था। अब उक्त पर्यटक को जिला अस्पताल उत्तरकाशी लाया जा रहा है। एक पर्यटक और दिखा है। जिसके रैस्क्यू के लिए टीम उस स्थान पर छोड़ी गई है।टीम के सदस्यों की पहचान दिल्ली की अनीता रावत(38) पश्चिम बंगाल के मिथुन दारी(31) तन्मय तिवारी (30), विकास मकल (33) सौरभ घोष (34) सावियन दास (28), रिचर्ड मंडल (30), सुकेन मांझी (43) के तौर पर हुई है। खाना पकाने वाले कर्मचारियों की पहचान देवेंद्र (37), ज्ञान चंद्र (33) और उपेंद्र (32) के रूप में हुई है। ये सभी उत्तरकाशी के पुरोला के रहने वाले हैंl