दुबई से संचालित ऑनलाइन सट्टे का दून पुलिस ने खुलासा कर दो आरोपियों की गिरफ्तार किया है। बताया कि देश के अलग-अलग राज्यों में करीब 150 सेंटर संचालित किए जा रहे हैं। सट्टे का संचालन 24 घंटे किया जा रहा था, जिसमें आठ व्यक्ति चार शिफ्ट में छह-छह घंटे ऑनलाइन सट्टा खेलाते हैं। तीन का काम निगरानी करना था। मुंबई स्थित बैंकों में अकाउंट खोले गए थे।
पुलिस के मुताबिक रविवार को भारत-पाकिस्तान के मैच पर बड़ी बाजी लगाने की तैयारियां थी।पटेलनगर इंस्पेक्टर प्रदीप राणा के मुताबिक देहराखास स्थित एकेडमी ऑफ क्रिएटिव ऑफ ट्रेनिंग एंड स्किल की बिल्डिंग के सेकंड फ्लोर के एक कमरे में वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन सट्टा खिलाने की जानकारी मिली।
दबिश देकर मनीष और प्रकाश सिंह नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। वे क्रिकेट बैट9 डॉट कॉम वेबसाइट खोलकर महादेव बुक होम पेज में ग्राहकों को सट्टा खिला रहे थे। एक मोबाइल फोन में 102 रिफिल लिखा था। जिससे जरिए सट्टा लगाने वाले ग्राहकों को वेबसाइट की जानकारी थी। रुपये जमा करने की जानकारी व्हाट्सएप से दी जा रही थी। दूसरे मोबाइल फोन पर 102 विड्रॉल लिखा हुआ था। खातों मे रुपया जमा करने की जानकारी दी जा रही थी। आईसीआईसीआई बैंक में खाता एवरग्रीन एंड फूड वेजिटेबल और दूसरा एयू बैंक खाता ग्लोबल ट्रेडिंग के नाम से था। आईसीआईसीआई बैंक में 13 लाख 16 हजार और एयू बैंक में जमा दो लाख रुपये सीज करवाए गए।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि, देहरादून के जिस सेन्टर में कार्रवाई की गई उसका नंबर 102 है। ऑनलाइन वेबसाइट स्काईएक्सचेंज247 डॉट कॉम, क्रिकेटवेब9 डॉट ग्राहकों को उपलब्ध करायी जाती है। ग्राहक क्रिकेट मैच व कैसीनो में सट्टा लगाते हैं। टेलीग्राम ऐप में बाजीगर ग्रुप से महादेव बुक कम्पनी के माध्यम से चलाई जा रही साईट में व्हट्सअप नंबर उपलब्ध कराये जाते हैं।
बाजीगर ग्रुप से ग्राहक व्हट्सअप नम्बर लेकर मैसेज करता है। जिस व्हाट्सएप पर मैसेज आता है। उसे रिफिल फोन कहा जाता है। ग्राहक को साईटों का डैमो उपलब्ध कराया जाता है। ग्राहक साइटों मे जाकर सट्टा लगाने के लिये उपलब्ध गेम की जानकारी ले सकते है।सट्टा लगाने के लिए रुपयों के बराबर दिए जाते हैं। प्वाइंट एक फॉर्मेट के जरिए रुपयों के बराबर प्वाइंट लिये दिया जाता है। रिफिल फोन के व्हाट्सएप नंबर पर विड्रॉल के लिए मैसेज किया जाता है। ग्राहक के खातों में उनकी जीती हुई धनराशि भेज दी जाती है।
आरोपी मनीष पुत्र जगदम्बा प्रसाद निवासी विद्या विहार, प्रकाश सिंह पुत्र दौलत राम निवासी जैन प्लाट वाणी विहार की गिरफ्तारी कर कोर्ट में पेश किया गया। जबकि, अनिल उपाध्याय, महादेव रतूडी, रवि, प्रमोद कमल चन्द उपाध्याय, अमन, अंकुश, अनमोल, मुकुल, सौरभ, अमित फरार है।