गोवर्धन पूजा के मौके पर 5 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केदारधाम पहुंचे। सेना के हेलीकॉप्टर से धाम पहुंचे पीएम ने सुरक्षा दीवार पर बनी थ्रीडी पेंटिंग का निरीक्षण किया। उन्होंने सेफ हाउस में पहुंचकर केदारधाम आधारित आपदा से लेकर अब तक हुए परिवर्तनों का दृश्यांकन किया गया था। सेफ से हाउस आने के बाद मोदी मंदिर प्रांगण में पहुंचे। जहाँ उन्होंने उत्तरांखण्ड राज्यपाल, सीएम, सीएस, देव स्थानम बोर्ड के कर्मियों से भेंट की। साथ ही इसके बाद उन्होंने श्री केदार मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश किया। जहां मुख्य पुजारी बागेश लिंग ने उनका स्वागत किया। साथ ही गर्भ गृह में बाबा का अभिषेक कर करीब आधे घण्टे तक पूजा अर्चना की।
केदार बाबा की पूजा करने के बाद पीएम ने भीमशिला के दर्शन भी किये। वे अकेले ही शंकराचार्य समाधि स्थल पर पहुंचे। यहां उन्होंने शंकराचार्य की नवीन स्थापित मूर्ति का आवरण किया। इस दौरान पीएम ने 20 मिनट से अधिक समय तक शंकराचार्य की मानस पूजा की। इसके वाद वैन की सवारी कर पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा करने निकले। इसके बाद उन्होंने मंदिर प्रांगण से पहुंचकर पुनर्निर्माण कार्यों का अनावरण भी किया। इस दौरान उन्होंने सम्बोधन दिया।
मोदी ने कहा कि आने वाले 10 वर्षों में धाम में बीते 100 वर्षों में आये यात्रियों से अधिक यात्री पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि केदारधाम को सड़क से जोड़ा जाएगा। इस दौरान पीएम ने प्रदेश की सीएम धामी सरकार की जमकर तारीफ की। उन्होंने अपने उद्बोधन में शंकराचार्य के जीवन पर भी प्रकाश डाला। कहा कि शंकराचार्य ने समय की बाध्यता की समाप्त कर अल्प समय में बड़े लक्ष्यों की प्राप्त कर देश को एक सूत्र में बांधा।
मोदी ने उन्होंने कहा कि पहाड़ की जवानी व पहाड़ का पानी पहाड़ के काम आएगा। पहाड़ में पलायन रुकेगा। उन्होंने कहा कि हेमकुंड साहिब को रोपवे से जोड़कर यात्रा को सुगम बनाया जाएगा। अंत मे पीएम ने बाबा के जयकारे लगाकर बाबा केदार से विदाई ली।