☞अनिरुद्ध भट्ट नकरोंदावाले
चुनावी दरिया में बहने को हर कोई बेताब है। जिसे राजनीतिक दल ने टिकट दिया वो जोश के साथ जनता के बीच हैं तो जिनके अरमान हाईकमान ने तोड़ दिए वे हाईकमान के जीत के सपने को तोड़ने को जुट चुके हैं। इन्ही में भाजपा के पुराने जुझारू कार्यकर्ता जगवीर सिंह भंडारी भी शामिल हो गए हैं। अच्छा खासा सपोर्टरों का सैलाब लिए जगवीर ने आज निर्दलीय नामांकन करवा दिया है। वे भाजपा प्रत्याशी की राह में कील कांटे लेकर जगवीर,” मै नही तो तू भी नही” की तर्ज पर आ चुके हैं।
भाजपा के वरिष्ठ नेता जगवीर भंडारी के नामांकन से पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी केदार सिंह रावत की मुश्किलें तो बढ़ेंगी, इससे इंकार करना बेमानी होगा। हालांकि पूरे माहौल में मजा भी आने वाला है, क्योंकि कैडर वोट जहां केदार के साथ होगा, वहीं व्यक्तिगत वोट जगवीर का भी होगा। कुल मिलाकर नुकसान पार्टी का ही होगा।
जगवीर भंडारी पूर्व में ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। उन्होंने2012 में यमुनोत्री क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था। तब उन्होंने 10 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे। क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं। उनको प्रभाव भी अच्छा है। ऐसे में उनके मैदान में उतरने से भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
जगवीर भंडारी त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारी राज्य मंत्री स्तर भी रह चुके हैं। उनको टिकट मिलने की उम्मीद थी। लेकिन, पार्टी ने सिटिंग विधायक केदार सिंह रावत को दोबारा उम्मीदवार बनाया तो जगवीर नाराज हो गए।शुक्रवार को उनके नामांकन से भाजपा के असंतुष्ट गुट में भी हलचल शुरू होगई है।
नामांकन के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए जगवीर भंडारी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी भले बड़े-बड़े बातें बड़े-बड़े नारे देती हो, लेकिन हकीकत में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ धोखा किया है । उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि इस पार्टी में विश्वास न करें। यह पार्टी कभी भी तुम्हारे साथ खिलवाड़ कर सकती है। मैंने अटल आडवाणी जी के कार्यकाल से भारतीय जनता पार्टी की सेवा की है, लेकिन पार्टी ने मेरे साथ छलावा किया है। इसलिए मैंने मजबूर होकर पार्टी खिलाफ निर्दलीय रूप की तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है । उन्होंने कहा है कि मेरे कार्यकर्ता एवं विधानसभा सीट की जनता मेरे ऊपर दबाव बना रही थी कि भारतीय जनता पार्टी से छोड़कर चुनाव मैदान में उतरो उन्होंने दावा किया है कि वे भारी बहुमत से विजय हासिल करेंगे।