• Wed. Oct 15th, 2025

उत्तराखंड शासन ने यूक्रेन में रह रहे लोगों की मांगी सूचना,112 नंबर पर दें अपने परिजन की जानकारी


[responsivevoice_button voice=”Hindi Female”]

Spread the love

रूस और यूक्रेन के बीच शुरू संघर्ष से उत्तराखंड के उन सभी लोगों के परिजन चिंतित है जो यूक्रेन में रह रहे हैं। उत्तराखंड शासन ने ऐसे सभी लोगों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है ताकि विदेश मंत्रालय की मदद से उन्हें सुरक्षित उत्तराखंड लाया जा सके।
विभिन्न कार्यों मसलन शिक्षा और व्यवसाय के लिए उत्तराखंड के अनेक नागरिक यूक्रेन में निवासरत हैं। प्रदेश शासन का कहना है कि सरकार उनकी सुरक्षा के लिये प्रतिबद्ध है।

शासन ने सभी जनपदों के जिला मजिस्ट्रेट व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया है कि अपने-अपने जनपदों के यूक्रेन में फंसे नागरिकों का विवरण उनका नाम, उत्तराखंड राज्य एवं यूक्रेन में पता, मोबाइल नम्बर, ई मेल, पासपोर्ट नम्बर इत्यादि प्राप्त कर तत्काल गृह विभाग को भेजे। ताकि उनकी सुरक्षा के सम्बंध में विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के माध्यम से आवश्यक कार्यवाही की जा सके। प्रमुख सचिव गृह आर के सुधांशु ने सभी नागरिकों से यह भी अनुरोध है कि यदि यूक्रेन में उनका कोई परिजन अथवा संबंधी/परिचित है तो इस संबंध में अपेक्षित सूचना 112 पर भी दे सकते हैं।

सीएम ने pm से की बात:-
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने यूक्रेन में रह रहे उत्तराखंड के लोगों को वहां से वापस लाने के प्रयास तेज कर दिए हैं, इस बावत मुख्यमंत्री ने पीएम और विदेश मंत्री से भी बात की है, इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने विदेश में रह रहे उत्तराखंड के लोगों के परिजनों से भी बात की है, मुख्यमंत्री जी ने यूक्रेन में पढाई कर रहे सूर्यांश की माता जी रश्मी बिस्ट जी से बात की , साथ ही सीएम ने आस्था पोखरियाल और श्रेया सिंह के बारे मैं भी जानकारी ली, वहीं अंकुर वर्मा के पिता से भी बात की, सीएम ने सभी के सुरक्षित वापसी का भरोसा दिया, साथ ही प्रशासन को यूक्रेन में रह रहे और लोगों की जानकारी जुटाने के आदेश दिए हैं।

चमोली की बेटी फंसी यूक्रेन में :

रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद भारत सरकार की ओर से यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। ऐसे में चमोली जिले के दशोली ब्लॉक के मजोठी गांव की योगिता पुत्री हरि सिंह फर्स्वाण यूक्रेन में है। युद्ध के हालात के बाद योगिता की पिता भी बेटी की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी एमडी (मेडिकल) की पढ़ाई कर रही है। उसका फोर्थ ईयर है और यूक्रेन के कीव शहर के तरस कॉलेज में मेडिकल कोर्स कर रही है। उन्होंने सरकार से कुशल वापसी की अपेक्षा की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

नॉर्दर्न रिपोर्टर के लिए आवश्यकता है पूरे भारत के सभी जिलो से अनुभवी ब्यूरो चीफ, पत्रकार, कैमरामैन, विज्ञापन प्रतिनिधि की। आप संपर्क करे मो० न०:-7017605343,9837885385