कांग्रेस हाईकमान ने हाल ही में उत्तर प्रदेश,पंजाब उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में हुए विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार को शायद “दिल” पर ले लिया है। “दिमाग” पर लिया होता तो पहले हाईकमान अपनी ओवरहालिंग करता और उन कारणों का उपचार करता जो इस हार का मुख्य कारक रहे हैं। खैर, मुद्दे की बात यह है कि हाईकमान ने “गांधी परिवार” को सेफ जोन में रखते हुए चुनाव वाले सभी राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों से इस्तीफा देने को कह दिया।
शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर उत्तराखंड के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने 15 मार्च मंगलवार को अपना इस्तीफा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भेज दिया है। सोनिया गांधी को भेज इस्तीफे में गणेश गोदियाल ने लिखा है कि केंद्रीय संगठन के सहयोग और पार्टी नेतृत्व के तमाम प्रयासों के बावजूद विधानसभा चुनाव में उत्तराखंड में कांग्रेस जीत हासिल नहीं कर पाई। गोदियाल ने हार की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए त्यागपत्र देने का उल्लेख किया है।बताया गया है कि गोदियाल की तरह ही अन्य चारों राज्यों के प्रदेश अध्यक्षों को भी इस्तीफा देने को कहा गया है।
गौरतलब है कि कांग्रेस संगठन इस बार निश्चिंत था कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार जरूर बनेगी। कांग्रेस के स्थानीय नेता भी बार-बार जीत के दावे कर रहे थे। लेकिन चुनाव में कांग्रेस को 70 में सिर्फ 19 सीटें मिली है। राष्ट्रीय स्तर पर इसका गलत संदेश गया है और यह माना गया है कि कांग्रेस पार्टी अब अपनी अंतिम सांसे गिन रही है।
प्रदेश प्रभारी देवेंद्र की भी होगी छुट्टी : उत्तराखंड में हुई दुर्गति से कांग्रेस आलाकमान काफी नाराज है। आलाकमान की नाराजगी सिर्फ गणेश गोदियाल के इस्तीफे से दूर नहीं होगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि कुछ अन्य पदाधिकारियों पर भी गाज गिरनी तय है। इसमें प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी शामिल हैं। पार्टी के दोनों गुटों को एकजुट कर चुनाव लड़ाना उनकी जिम्मेदारी थी। लेकिन वह खुद खेमेबाजी में उलझ गये। हरीश रावत ने तो उनके खिलाफ चुनाव के दौरान ही मोर्चा खोल दिया था। उस समय पार्टी आलाकमान ने कोई बड़ा एक्शन नहीं लिया लेकिन अब प्रदेश प्रभारी को भी उनके पद से हटाया जाएगा। सह प्रभारी दीपिका पांडेय पहले ही अपना पद छोड़ चुकी हैं। इसी तरह नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, चुनाव संचालन समिति के अध्यक्ष हरीश रावत तथा सभी कार्यकारी अध्यक्षों को भी हार के लिए जिम्मेदार माना जाएगा।
‘मैं परिणाम के दिन ही अपना इस्तीफा देना चाहता था पर हाईकमान के आदेश की प्रतीक्षा कर रहा था। आज दिल्ली पहुंच कर जैसे ही यह अवगत हुआ कि चुनाव वाले अन्य राज्यों के पदाधिकारी अपना इस्तीफा दे रहे हैं तो मैंने भी अपना त्यागपत्र सौंप दिया।’- गणेश गोदियाल, निवर्तमान अध्यक्ष उत्तराखंड कांग्रेस