देहरादून 1 जून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री आवास में एक पीड़ा दायक घटना में उनकी सुरक्षा में तैनात गार्ड ने खुद कुशी कर ली। सीएम आवास के पास बने सर्वेंट क्वार्टर में सीएम सिक्योरिटी गार्ड में तैनात सिपाही प्रमोद रावत ने खुद को गोली मार ली। घर में चल रहे भागवत के लिए छुट्टी न मिलने पर दुखी प्रमोद ने जान देने जैसा कदम उठाया। हालांकि पुलिस ने कहा है कि अभी मामले की जांच की जा रही है कि मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है या फिर एक्सीडेंटल डेथ है। उन्होंने छुट्टी 16 जून से छुट्टी मांगी हुई थी इसलिए अभी छुट्टी से घटना को जोड़ो जाना ठीक नहीं है।
घटना आज दोपहर 2 बजे के आसपास की है। सिपाही प्रमोद रावत ने एके-47 से गले में गोली मारी है। घटना के बाद से पुलिस प्रशासन में हड़कंप की स्थिति है और मौके पर पहुंचे अधिकारी मामले की जांच पड़ताल में जुटे हुए है।
बताया गया है कि प्रमोद रावत पौड़ी गढ़वाल का रहने वाला था और उसने अपनी छुट्टी के लिए भी अप्लाई किया हुआ था। चर्चा इस बात की है कि छुट्टी ना मिलने से भी कुछ परेशान चल रहा था। जानकारी यह भी मिली है कि प्रमोद बुधवार नाइट ड्यूटी में था और सुबह 8 बजे ड्यूटी खत्म करने के बाद अपने क्वार्टर में गया था।
प्रमोद को शुक्रवार को हल्द्वानी ड्यूटी पर जाने के लिए रवाना होना था। उसके कुछ साथी जब उसके साथ जाने के लिए कमरे में पहुंचे तो वह मृत अवस्था में मिला। आसपास चारों तरफ खून बिखरा हुआ था और जिस एके-47 से उसने गले में फायर किया वह भी वहीं पड़ी हुई थी। घटना के बाद पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पहुंचे। एडीजी अंशुमन घटनास्थल पर मौजूद रहे। फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंची है।
एडीजी अभिनव कुमार ने इस मामले में अपना बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि अभी इस मामले की जांच की जा रही है कि मामला आत्महत्या से जुड़ा हुआ है या फिर एक्सीडेंटल डेथ है।उन्होंने छुट्टी के सवाल पर कहा कि प्रमोद ने 16 जून से छुट्टी मांगी हुई थी इसलिए अभी छुट्टी से घटना को जोड़ना ठीक नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा है कि पुलिस के तमाम अधिकारी मौके पर है जांच पड़ताल कर रहे हैं घटना के कारणों की जांच की जा रही है।