गोपेश्वर: चमोली कस्बे में नमामी गंगे के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से 15 से अधिक लोगो की मौत हुई हैं। घटना में राहत कार्य के लिये पहुंची पुलिस टीम के जवान और अधिकारी भी शामिल हैं। स्थानीय लोग ऊर्जा निगम पर लगा रहे लापरवाही का आरोप, ऊर्जा निगम कर खिलाफ कार्रवाई की कर रहे मांग कर रहे हैं। मौके पर प्रशासन के अधिकारी पहोंचे।प्रदेश के सूचना महानिदेशक ने की 15 मौतों की पुष्टि की है। 15 से 20 लोगों को झुलसी अवस्था में अस्पतालों में ले जाया गया है। गंभीर घायलों को एयरलिफ्ट करके aiims और श्रीनगर मेडिकल कॉलेज लाने के लिए चौपर और हेली एंबुलेंस रवाना की गई हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रूपए और घायलों को 1-1 लाख रुपए की राहत राशि अविलंब प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चमोली घटना के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी देते हुए बताया कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों को एम्स ऋषिकेश हेलीकॉप्टर से लाया गया है। प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घटना की पूरी जानकारी दी गईं है।
संस्थान के जेई समेत दो लोगों को हेलीकॉप्टर से एम्स ऋषिकेश भेज दिया गया है। इस घटना के बाद से चमोली बाजार से लेकर गोपेश्वर तक अफरा तफरी का माहौल है। बताया जा रहा है कि बीती रात को सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट लगने से एक कर्मी की मौत हो गई थी। उसके बाद प्लांट से एक फेज पर बिजली गुल हो गई थी। बुधवार को घटना की सूचना पर स्थानीय लोग और पुलिस कर्मी मौके पर गए थे। इस घटना से बेखबर बिजली विभाग के कर्मियों ने बुधवार को सुबह जैसे ही बिजली खोली तो एक के बाद एक करंट पर चिपक गया, कुछ लोगों ने भागकर जान बचाई, अफरा तफरी मच गई। बताया जा रहा कुंछ लोगों ने अलकनंदा में छलांग मारी, लेकिन इसकी कोई पुष्टि नहीं है। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी गोपेश्वर पहुंच रहे हैं।
बीती रात नमामि गंगे परियोजना में कार्यरत कर्मचारी की करंट लगने से हो गई थी मौत हुई थी। इसी कारण आज सुबह पुलिस के साथ लोग पंचनामा भरने की कार्रवाई कर रहे थे। कि 11:30 बजे करीब बिजली की लाइन ऑन होने से पर बिजली संपूर्ण परिसर में फैल गई इसकी वजह से कई लोग करंट की चपेट में आ गए।