देवप्रयाग। श्रीनगर जल विद्युत परियोजना से मंगलवार को तीन दिनों में ही दोबारा पानी छोड़े जाने से यहाँ अलकनंदा खतरे के निशान तक पहुँच गयी।
मंगलवार को श्रीनगर बांध परियोजना से दोबारा 3 हजार क्युमैक्स पानी छोड़े जाने से देवप्रयाग में अलकनंदा का जल स्तर खतरे के निशान 463 मीटर तक पहुँच गया। जबकि भागीरथी भी 462 मीटर तक आ गयी। जबकि गंगा भी करीब 460 मीटर तक आ गयी जो खतरे के निशान से दो मीटर नीचे है।
लगातार बारिश से श्रीनगर बांध परियोजना का जल भराव चेतावनी स्तर पहुँचने के बाद यहाँ से मंगलवार को 3 हजार क्यूमैक्स पानी छोडा जाने लगा । इससे अलकनंदा में सुबह 9.30 बजे से जल स्तर बढ़ने लगा। जो दोपहर दो बजे तक पानी खतरे के निशान 463 मीटर तक पहुँच गया । इसके बाद जल स्तर शाम तक इसी पर बना रहा। पानी बढ़ने से अलकनंदा टोडेश्वर टापू को पार कर बहने लगी। जबकि यहाँ से संगम की ओर बन रहे पुल की साइट भी इससे डूब गयी। संगम पर माँ गंगा, हनुमान जीआदि की मूर्तिय। जल मग्न हो गयी। वहीं यहाँ विदेशी लोग संगम पर गंगा मे डुबकी लगाते भी दिखे। तहसीलदार मानवेंद्र वर्तवाल के अनुसार श्रीनगर बांध से पानी छोड़े जाने की सूचना आने के बाद नदी किनारे रहने वालो को लगातार अलर्ट किया गया। मंगल वार को अलकनंद। का जल स्तर खतरे के निशान तक ही बना रहा। अलकनंदा के बढ़ने से यहाँ संगम घाट, रामकुंड, धनेश्वर घाट, फुलाड़ि घाट आदि डूब रहे।