हल्द्वानी। अपने एक प्रेमी के साथ मिलकर अपने दूसरे प्रेमी को जहरीले सांप से डंसवाने वाली माही उर्फ डॉली और उसका प्रेमी दीप कांडपाल पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दोनों को पुलिस ने उधम सिंह नगर जिले के रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया। जबकि हत्याकांड में साथ देने वालीं उसकी नौकरानी ऊषा व उसका पति रामअवतार फरार चल रहे हैं।
विगत 15 जुलाई को हल्द्वानी के तीन पानी क्षेत्र में एक कार में हल्द्वानी के व्यवसायी अंकित चौहान की लाश मिली थी। पोलिस की विवेचना में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ कि अंकित की हत्या उसकी प्रेमिका डॉली ने कोबरा सांप से डंसवाकर कर की है। इस हत्याकांड में मास्टरमाइंड डोली के अलावा उसका आशिक दीप कांडपाल, नौकरानी उषा, उषा का पति रामवतार और सपेरे रमेश नाथ का नाम सामने आया । पुलिस ने सपेरे रमेश नाथ को गिरफ्तार कर इस घटना का पर्दाफाश किया था। पुलिस के डर से अन्य आरोपी गायब हो गए थे। फरार चल रहे चारों आरोपियों पर पुलिस ने 25- 25 हजार का इनाम भी घोषित कर दिया था।
रविवार को अंकित हत्याकांड की वजह का खुलासा करते हुए डीआईजी नीलेश आंनद भरने ने बताया कि अंकित हत्याकांड की मास्टर माइंड डॉली ने अंकित को प्रेम जाल में फंसाकर पैसे वसूलने शुरू कर दिए । जब डॉली का मतलब निकल गया तो वो अंकित की अनदेखी करने लगी। लेकिन अंकित डॉली के प्यार में अंधा हो गया था । डॉली की उपेक्षा से अंकित परेशान हो गया। धीरे धीरे बात बिगड़ने लगी।बात मारपीट तक पहुंच गई। जब अंकित ने डॉली के काले कारनामों का विरोध करने लगा, तो उसने अपने दूसरे प्रेमी दीप कांडपाल व नौकरानी ऊषा व उसके पति रामअवतार के साथ मिलकर अंकित को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।
इसके लिए उसने अपने पुराने परिचित सपेरे रमेश नाथ निवासी बरेली को अपने घर बुलवाया। डॉली ने 8 जुलाई को अंकित के बर्थडे वाले दिन उसे ठिकाने लगाने के लिए अपने घर बुलवाया, लेकिन योजना सफल नहीं हो पाई । इसके बाद 14 जुलाई को डॉली ने फिर फोन कर अंकित को बियर पिलाने के बहाने घर बुलवाया। अंकित शाम उसके घर पहुंच गया। डॉली ने उसे पीने के लिए पानी दिया जिसमें पहले से ही नींद की गोलियाँ मिलाई गई थी। पानी पीकर अंकित बेहोश हो गया। इसी बीच दीप कांडपाल, नौकरानी उषा व रामअवतार ने अंकित को कंबल में लपेट कर दबा दिया। सपेरे ने अपने पिटारे से कोबरा निकाल कर बेहोश अंकित के दोनों पैरों पर बारी बारी डांसवाया। इसके बाद वह सभी अंकित के शव को ठिकाने लगाने के लिए
नैनीताल रोड स्थित भुजियाघाट की पहाडियों पर ले गए। लेकिन बाद में उन्होंने प्लान बदल दिया। उन्होंने बरेली रोड स्थित तीनपानी में कार खड़ी कर अंकित का शव कार की पिछली सीट पर रख दिया और कार स्टार्ट कर उसका एसी ऑन छोड़ दिया।
घटना को अंजाम देने के बाद डॉली, दीप, उषा व रामअवतार टैक्सी में बैठकर दिल्ली फरार हो गए। जबकि सपेरा रमेश नाथ बरेली चला गया। डीआईजी भरने ने बताया कि रविवार को माही व दीप सरेंडर करने के लिए अधिवक्ता से मिलने के कोशिश में थे। लेकिन इससे पहले हल्द्वानी पुलिस ने रुद्रपुर से गिरफ्तार कर लिया।