देहरादून: किससे कहें हाल-ए-दिल अपना,खाई कसमें जिन्होंने वफा की वो ही दगा दे गए!! जी हां, पटियाला के कारोबारी ने सोचा सुलतान के दरबारी से बड़ा भी कोई जुगाड होगा, फाइल कोई भी हो दरबारी के करम के बिना उसे मोक्ष प्राप्ति असंभव है। सेटिंग के साथ गेटिंग भी हो गई। सेठ जी पटियाला में मस्त, और इधर फाइल के अध्याय पर प्रकाश की चंद किरणे भी न पड़ सकी। शरमा के राजा के धाम में थोड़े ही टिका जा सकता है। खैर अब पटियाला के संजीव कुमार की शिकायत पर सात लोगो के साथ पुलिसिया हिसाब किताब हो रहा है।
पटियाला (पंजाब) की दवा कंपनी को उत्तराखंड में सप्लाई का ठेका दिलाने के नाम पर हुई ठगी के आरोप में मुख्यमंत्री के निजी सचिव समेत सात लोगों पर शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया जा चुका है। मामला करीब साढे़ तीन करोड़ का है।
बताया गया कि पटियाला की दवा कंपनी ने पांच जिलों में दवाइयां सप्लाई करने के टेंडर दिलाने के लिए सचिवालय में मुख्यमंत्री के निजी सचिव पीसी उपाध्याय और सौरभ शर्मा से संपर्क किया। इनके बीच कथित समझौता हुआ और टेंडर में काम देने की बात हुई। शिकायतकर्ता के साढे़ तीन करोड़ जाने के बावजूद उसे दवाईयों की सप्लाई का काम नहीं मिला।
काफी समय तक पीड़ित एसएसटी नगर पटियाला निवासी संजीव कुमार काम मिलने का इंतजार करते रहे। कई महीने बीत जाने के बाद भी जब काम नहीं मिला तो पीड़ित ने देहरादून एसएसपी से इस पूरे मामले की शिकायत की। एसएसपी ने जांच एसपी सिटी को सरिता डोबाल को दी। सरिता में तफ्तीश की तो ठगी का खुलासा हुआ। जांच में ये सामने आया कि आरोपियों ने ऑफलाइन टेंडर के नाम से संजीव कुमार को बेवकूफ बनाया। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर देहरादून की शहर कोतवाली ने पीएसटुसीएम पीसी उपाध्याय, सौरभ शर्मा, सौरभ शर्मा की पत्नी नंदनी, महेश माहरिया, सोनके माहरिया, अमित लांबा और शाहरूख खान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।