रूद्रप्रयाग/पंडित विवेक डिमरी पप्पू : इस वर्ष श्रावण माह में अधिकमास था। 17 अगस्त से शुद्ध श्रावण शुक्ल पक्ष शुरू हो जाएगा। इस बार रक्षाबंधन के पर्व को लेकर असमंजस है। इस बारे में विद्वानों के मतानुसार 30 अगस्त को पूर्णिमा के साथ भद्रा है। भद्रा काल में रक्षाबंधन नही किया जाता है।
भद्रा समाप्ति के बाद रक्षाबंधन किया जाता है। रात्रि लगभग 9 बजे भद्रा समाप्त हो रही है और रात्रि में जनेऊ धारण, व रक्षा सूत्र धारण नही किया जाता है। इसलिए 31 अगस्त को सूर्य उदय के समय भी पूर्णिमा मिल रही है इसलिए श्रावणी उपाकर्म 31 अगस्त को किया जाएगा। यानी कि रक्षाबंधन, जनेऊ धारण आदि 31 को ही शास्त्र सम्मत है।
अब एक नजर श्रावण शुद्ध होने पर आने वाली शुक्ल पक्ष की तिथियों पर:
17 अगस्त: घी संक्रान्ति, सौर भाद्रपद मास(सिंहार्क) प्रारंभ(प्रथमा, 1 गते)
19 अगस्त : हरियालीतीज
21अगस्त : नाग पंचमी, विरूड़ा पंचमी
23अगस्त : अमुक्ताभरण सप्तमी ,सातू डोरक पूजन व धारण
24 अगस्त:दुर्वाष्टमी व्रत, आठू
27अगस्त: पुत्रदा एकादशी व्रत
28 अगस्त:सोम प्रदोष व्रत,दामोदर द्वादशी
30अगस्त: पूर्णिमा व्रत
31 अगस्त: श्रावणी उपाकर्म, रक्षाबंधन,संस्कृत दिवस