श्रीनगर। एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय में दाखिले के समय 50 फीसदी आरक्षण और पीजी में पांच फ़ीसदी कैंपस वेटेज सहित अन्य मांगों के लिए विभिन्न छात्र संगठनों का आंदोलन शनिवार को भी जारी रहा
वहीं, एनएसयूआई ( भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) ने शुक्रवार को देहरादून में सचिवालय कूच के दौरान संगठन कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के विरोध में मौन सत्याग्रह किया। इस साथ ही सीयूईटी में पहाड़ के युवाओं को 50 प्रतिशत का आरक्षण देने की मांग भी की। बिड़ला परिसर में मौन सत्याग्रह से पूर्व कार्यकर्ताओं ने कहा कि सीईयूटी (combined University entrance test)के कारण केंद्रीय विवि में उत्तराखंड के छात्रों को प्रवेश मिलना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश पर पुलिस प्रशासन युवाओं की आवाज को दबाने का काम कर रही है।इस मौके पर सूरज नेगी, मोहित राणा, आकाश रतूड़ी, करणवीर फरुवाण, सोनी चौहान, साक्षी राणा, मयंक बहुगुणा, अमित प्रसाद भट्ट, दीपांशु पुरी, वीरेन नेगी, हिमांक, आकाश, अनुराग आदि मौजूद रहे।
इधर, केंद्रीय विवि में सीयूईटी के माध्यम से होने वाले प्रवेश में उत्तराखंड के छात्रों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने, रिक्त सीटों पर मेरिट के आधार पर प्रवेश दिए जाने वऔर पीजी कक्षाओं में 5 प्रतिशत कैंपस वेटेज दिए जाने की मांग के लिए जय हो छात्र संगठन के सदस्यों ने श्रीनगर में आक्रोश रैली निकाली। विवि गेट से नगर के मुख्य मार्गों पर रैली के दौरान छात्रों ने विवि प्रशासन, शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) के खिलाफ नारेबाजी की।
रैली के पश्चात गोला पार्क में आयोजित सभा में जय हो संगठन के जिलाध्यक्ष आयुष मिया ने कहा कि सीयूईटी से उत्तराखंड के छात्रों का अहित हो रहा है।सीयूईटी परीक्षा केंद्र अन्य राज्यों में होने से पहाड़ का छात्र इतनी दूर प्रवेश परीक्षा देने नहीं जा सका। जिसके कारण उनके समक्ष विवि में प्रवेश का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने छात्र हित को देखते हुए सीयूईटी रद्द करने या उत्तराखंड के छात्रों को प्रवेश में 50 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग की। रैली में छात्र नेता सुधांशु थपलियाल, विरेंद्र बिष्ट, कैवल्य जखमोला, पुनीत अग्रवाल, समीर आदि शामिल रहे।
वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और बिड़ला परिसर के छात्र संघ का धरना जारी रहा।