श्रीनगर : जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चड़ीगांव,(पौड़ी गढ़वाल) ने शुक्रवार 8 सितंबर को पौड़ी जनपद के 10 इंटर कॉलेजो के कक्षा 11 के 100 बच्चों तथा 10 शिक्षकों के बीच चाइनीज भाषा शिक्षण को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया
कार्यक्रम के उद्घाटन अवसर बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी पौड़ी गढ़वाल आशीष चौहान ने किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में ग्लोबल मार्केट से लेकर के बहुत सारे ऐसे क्षेत्र हैं जिसमें चाइनीज भाषा का अपना प्रमुख स्थान है, हम चाहते हैं कि हमारे छात्र स्कूली शिक्षा के साथ-साथ विदेशी भाषा का भी अध्ययन करें जिससे वह भावी जीवन में इसका भरपूर लाभ ले सकें।
अति विशिष्ट मुख्य अतिथि दून विश्वविद्यालय की कुलपति श्रीमती सुरेखा डंगवाल ने इस कार्यक्रम की सराहना की, उन्होंने उल्लेख किया कि यह कार्यक्रम विश्वविद्यालय के विदेशी भाषा विभाग के सहयोग से गतिमान किया जा रहा है। इसके लिए छात्र-छात्राओं के भावी जीवन में अपार संभावनाएं हैं। अब समय आ गया है बच्चों को डॉक्टर, इंजीनियर व्यवसाय के अतिरिक्त इस व्यवसाय में आना चाहिए। इसमें शत प्रतिशत रोजगार की गारंटी है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में एकेडमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड की निदेशक श्रीमती वंदना गरब्याल ने दून विश्वविद्यालय एवं जिलाधिकारी गढ़वाल को धन्यवाद दिया तथा इस कार्यक्रम को जनपद पौड़ी तक ही सीमित न रहे अपितु उत्तराखंड के समस्त जनपदों में विदेशी भाषा शिक्षण कराने का भरोसा दिलाया।
डायट के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर महावीर सिंह कलेठा के द्वारा समस्त अतिथियों का सम्मान करते हुए इस नवारी कार्यक्रम में सहयोग के लिए धन्यवाद दिया गया ।
इस कार्यक्रम के समन्वयक डॉक्टर नारायण प्रसाद उनियाल ने कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की। चाइनीज भाषा विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ शांक्य चन्द्र ने चाइनीज भाषा के क्षेत्र में अपार संभावनाओं को वेबीनार के माध्यम से विद्यालय के बच्चों एवं शिक्षकों के बीच में रखा।
अंत में जनपद पौड़ी के मुख्य शिक्षा अधिकारी दिनेश चंद्र गौड़ ने सभी माननीय अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षकों और बच्चों को इस नवाचारी कार्यक्रम तथा सीखने में रुचि प्राप्त करने के लिए उत्साहवर्धन किया । इस कार्यक्रम में डायट से डॉक्टर धनेंद्र लिंगवाल, डॉक्टर अरविंद, श्रीमती शालिनी भट्ट, श्रीमती शिवानी रावत,जगमोहन कठैत, विनय प्रसाद किमोठी, श्रीमती रेणु, श्रीमती अनुज मैथानी आदि संकाय सदस्य उपस्थित रहे।