बद्रीनाथ हाईवे पर जोशीमठ ब्लॉक के सेलंग गांव में एक होटल खाई में जा गिरा। गनीमत यह रही कि होटल के निचले हिस्से में हो रहे भूस्खलन को देखते हुए इसे पहले ही खाली करा दिया गया था। इसलिए जानमाल का नुकसान बच गया। हालांकि भूस्खलन से यहां पर बदरीनाथ हाईवे का 200 मीटर हिस्सा भी खतरे की जद में आ गया है। यह घटना शनिवार 7 अगस्त की है।
बीती 25 जुलाई को बदरीनाथ हाईवे पर तपोवन विष्णुगाड़ जल विद्युत परियोजना की टीबीएम साइड के शीर्ष पर शुरु हुए भूस्खलन से सेलंग गांव में उमराव सिंह का 24 कमरों का होटल और उसके समीप मौजूद पंचायत भवन खतरे की जद में आ गया था। इसके बाद तहसील प्रशासन ने होटल को खाली करवा दिया था। शनिवार को यहां भूस्खलन का दायरा बढने से होटल और पंचायत भवन ध्वस्त हो गये । जबकि यहां बदरीनाथ हाईवे के 2 सौ मीटर हिस्से पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गयी हैं। जिससे यहां बदरीनाथ हाईवे के भी क्षतिग्रस्त होने की आशंका है। वहीं क्षेत्र में जोशीमठ ब्लॉक के सप्लाई हो रही विद्युत लाइनें भी खतरे की जद में आ गई हैं। ऐसे में बारिश होने की सूरत में जोशीमठ क्षेत्र में जहां यातायात सम्पर्क बाधित होगा, वहीं विद्युत क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति भी ठप हो सकती है।
तहसीलदार प्रदीप नेगी के मुताबिक बदरीनाथ हाईवे के सेलंग में भूस्खलन से होटल और पंचायत घर के क्षतिग्रस्त होने के बाद आस पास के इलाके को भी सुरक्षा की दृष्टि से खाली करवाया गया है। वहीं होटल संचालक को भी होटल में शेष सामग्री को लेने के लिये न जाने के निर्देश दिये गये हैं। वहीं हाईवे और विद्युत लाइन को लेकर संबंधित विभागों से वार्ता की जा रही है।