श्रीनगर। राजकीय मेडिकल कॉलेज श्रीनगर में एक बार फिर मुन्ना भाई प्रकरण उछल गया है। यहां फर्जी तरीके से एमबीबीएस करने वाले डॉक्टर के खिलाफ कोतवाली श्रीनगर में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी डॉक्टर वर्तमान में पिथौरागढ़ जिले में सेवारत है। मेडिकल कालेज में इससे पूर्व भी फर्जीवाड़े कर एडमिशन लेने के मामले आ चुके हैं। सूत्रों के अनुसार यदि मेडिकल कालेज के शुरुआती दौर से वर्ष 2015 तक के मामलों की जांच की जाए तो कई मुन्ना भाई पकड़ में आ सकते हैं।
उधमसिंह नगर जिले के नत्था सिंह वार्ड-2 जसपुर निवासी मोहम्मद नसीम ने मेडिकल कॉलेज को पत्र भेजा था। उनकी शिकायत थी कि डॉ. अमन आलम पुत्र जाहिद आलम ने वर्ष 2010 में फर्जीवाड़ा कर एमबीबीएस में एडमिशन लिया था। अमन ने मेडिकल कॉलेज में एडमिशन के लिए अपने स्थान पर किसी अन्य को बैठाकर छल से यूपीएमटी परीक्षा उत्तीर्ण की थी। विगत अगस्त माह में मेडिकल कॉलेज की ओर से उक्त शिकायती पत्र को कोतवाली श्रीनगर को भेजकर जांच का अनुरोध किया गया था।
कोतवाल श्रीनगर विनोद गुसाई ने बताया कि पत्र मिलने के बाद चौकी प्रभारी श्रीकोट एसआई लक्ष्मण सिंह कुंवर को जांच सौंपी गई। जांच के दौरान यह सामने आया कि शिकायत सही है। अमन ने फर्जी तरीके से मेडिकल कॉलेज में प्रवेश लिया था। पढ़ाई पूरी होने के बाद वह पिथौरागढ़ जिले में सेवा भी देने लगा। गुसाई ने बताया कि जांच के आधार पर डॉ. अमन आलम के विरुद्ध एसआई कुंवर ने कोतवाली श्रीनगर में धोखाधड़ी और छल का केस दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि मामले की विवेचना कर इस प्रकरण में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जाएगी। यह भी देखा जाएगा कि उसकी जगह परीक्षा में कौन बैठा था।