गोपेश्वर : यदि सच में ऐसा हुआ है तो, ये तो गजब हो गया। न आदम जात और न आदम जात का रहवास। फिर भी पानी पिलाने का मिशन पूरा हो गया सरकार का। इसी चमत्कार की जांच के लिए चमोली जिले के ब्लॉक नंदानगर घाट की पूर्व प्रमुख सुंदरी देवी ने जिलाधिकारी कार्यालय परिसर गोपेश्वर के सम्मुख धरना शुरू कर दिया है।
जल जीवन मिशन के कार्यों की जांच की मांग को लेकर धरने पर बैठी नंदानगर घाट की पूर्व प्रमुख का कहना है कि ग्राम पंचायत बूरा के जिन पांच तोक गांव तिंमदो, धरभूका, मालढूंगा, तिया और घोपिना में जल जीवन मिशन के तहत कार्य किये जाने की बात की गई है। इन पांचों तोकों में एक भी भवन नहीं है। और न ही यहां पर कोई परिवार निवास करता है ऐसे में विभाग की ओर से यहां पर कागजों में जल जीवन मिशन के कार्यों को पूर्ण होना दिखाया है। यहां तक की विभाग की ओर से उन्हें भी लाभार्थी दर्शाया गया है जबकि इन तोक गांव में कहीं पर भी उनका मकान नहीं है।
सुंदरी देवी का यह भी आरोप है कि विभाग की ओर से कागजों में सामान्य जाति के लोगों को आरक्षित और आरक्षित जाति के लोगों को सामान्य जाति में दर्शाया गया है। उन्होंने विभाग के जेई पर उनके साथ अभ्रद व्यवहार करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यदि धरने के बाद भी उनकी मांग पूरी नहीं होती है तो वे आमरण अनशन के लिए विवश होगी।