श्रीनगर/पौड़ी गढ़वाल : देश विदेश में सुप्रसिद्ध श्रीनगर के बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले एंव विकास प्रदर्शनी का शनिवार को रंगारंग आगाज हुआ। मेले और विकास प्रदर्शनी का शुभारंभ स्थानीय विधायक कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत ने किया। इससे पूर्व गढ़वाल विवि से प्रसिद्ध कमलेश्वर महादेव मंदिर तक जल कलश यात्रा निकाली गयी। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री डा. धन सिंह रावत कमलेश्वर मंदिर पहुंचकर पुजा अर्चना की।
इसके बाद कैबिनेट मंत्री एवं श्रीनगर विधायक डा. धन सिंह रावत ने भक्तियाना स्थित आवास विकास की भूमि पर पहले बार लगे बैकुण्ठ चतुर्दशी मेले का विधिवत शुभारंभ किया। इस मौके फर उन्होंने मेले में लगाई गयी स्टॉलो का अवलोकन भी किया।
मेले में वर्चअल माध्यम से जुडे राज्य के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (से.नि.) गुरमीत सिंह ने सभी को बैकुंठ चतुर्दशी मेले की शुभकामनाए देते हुए कहा कि मेले में कहा कि भगवान कमलेश्वर की धरती पर होने वाला बैकुंठ चतुर्दशी का यह मेला अपने आप में ऐतिहासिक हैं।उन्होंने कहा कि श्रीनगर गढ़वाल क्षेत्र का मुख्य पड़ाव है, यहां पर इस प्रकार के मेलों के आयोजन के माध्यम से युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत को समझने का अवसर मिलेगा। साथ हीं स्थानीय उत्पादों को देश-विदेश में पहचान मिलेगी। कहा कि मेले के माध्यम से स्थानीय उत्पादकों को बढ़ावा देकर अपनी आर्थिकी स्थिति मजबूत कर सकते है। साथ ही राज्यपाल गुरमीत सिंह ने उत्तरकाशी सिल्क्यरा टनल में फंसे मजदूरों के प्रति भी सहानुभूति प्रकट करते हुए कहा की राज्य और केंद्र सरकार सकुशल उन मजदूरों को बाहर निकलने की कोशिश कर रही हैं और उम्मीद हैं जल्द वे सकुशल बाहर होंगे।
डा. धन सिंह रावत ने कहा कि श्रीनगर मंदिरों का सर्किट है, जिसमें से 21 मंदिर शामिल है, जो कि श्रीनगर की धार्मिक रूप में उन्नति और उसके महत्व को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि श्रीनगर के इन मंदिर समूहों के संरक्षण व झीर्णोद्धार के लिए 16 करोड रुपए की धनराशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने कहा कि आगामी वर्ष में 2 करोड रुपए की लागत से कमलेश्वर महादेव मंदिर का सौन्दर्यकरण व जीर्णोद्धार कराया जाएगा। उन्होंने उत्तर प्रदेश के नाम पर दर्ज श्रीनगर के आवास विकास मैदान को उत्तराखंड सरकार को स्थानांतरित करने के लिए जिलाधिकारी गढ़वाल को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आवास विकास मैदान उत्तराखंड सरकार को स्थानांतरित होने के उपरांत इसे नगर निगम श्रीनगर को स्थानांतरित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह पहला अवसर है जब बैकुंठ चतुर्दशी मेला और विकास प्रदर्शनी का आयोजन नगर निगम श्रीनगर के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 2019 के बाद कोरोना कल के दौरान बैकुंठ चतुर्दशी मेले का आयोजन संभव नहीं हो पाया। कहा कि इस मेले को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए आगे भी निरंतर भव्यता के साथ मनाया जाएगा।
कैबिनेट मंत्री ने मेले की तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन के सहयोग व नगर निगम श्रीनगर को बधाई दी। इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान, डीआईजी एसएसबी सुभाष चंद नेगी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे, मेडिकल कालेज के प्राचार्य चंद्र मोहन नेगी, उप जिलाधिकारी श्रीनगर नूपूर वर्मा, कमलेश्वर मंदिर के महंत आशुतोष पूरी, नागेश्वर महादेव मंदिर के महंत नितिन पूरी, जिलाध्यक्ष बीजेपी सुषमा रावत, मंडल अध्यक्ष बीजेपी जितेंद्र धिरवाण सहित आदि मौजूद थे।