श्री केदारनाथ धाम से तीर्थ पुरोहितों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने रक्त की पाती भेजी हैं। यह पत्र देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड को समाप्त करने की मांग को लेकर लिखा गया है। तीर्थ पुरोहित समाज के राष्ट्रीय युवा उपाध्यक्ष आचार्य संतोष त्रिवेदी ने सरकारी अस्पताल में 5 मिलीलीटर खून निकलवाकर केदार बाबा के आंगन में बैठकर पीएम के नाम खून भरा पत्र लिखकर भेजा। इस दौरान उन्होंने सभी पुरोहितों के समक्ष पीएम को भेजा पत्र भी पढ़ा।
उन्होंने पत्र में लिखा कि विगत वर्षों से चारों धामों के तीर्थ देवस्थानम बोर्ड को भंग करने को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कहा कि पुरोहितों की केंद्र से केदारधाम के चौमुखी विकास की उम्मीद थी। किन्तु केंद्र ने धाम की पौराणिक परम्पराओं के साथ खिलवाड़ किया है। जबकि उनके हकहकूकों को जबरदस्ती आहत करने का कार्य किया है। जो न्यायोचित नहीं है।
उन्होंने पीएम से केदारधाम में पौराणिक परम्पराओं और हकहकूकों को बहाल करने की मांग की है। इसके अलावा आचार्य संतोष त्रिवेदी पूर्व में शीर्षासन कर भी धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। जबकि घाटी के समस्त तीर्थ पुरोहित गुप्तकाशी, उखीमठ में रैली निकाल बीजेपी सरकार का विरोध जता चुके हैं। यही नहीं जब भी कोई बीजेपी नेता केदारघाटी में आया है उसे तीर्थ पुरोहितों के मुह की खानी पड़ी है।
तीर्थ पुरोहित अपनी मांगों को लेकर सख्ती से लामबंद होते दिख रहे हैं। वहीं कई वर्षों से बीजेपी के साथ जुड़े तीर्थ पुरोहित पार्टी की प्राथमिक सदस्यता का त्याग कर रहे हैं। यदि तीर्थ पुरोहित इसी तरह आंदोलनरत रहते हैं तो बीजेपी को आने वाले चुनावों में कहीं न कहीं हरजाना भुगतना पड़ सकता हैं।
http://क्या भाजपा की हार का कारण बनेगा देवस्थानम बोर्ड??
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि यदि प्रदेश व केंद्र सरकार उनकी मांगों पर अमल नहीं करती है तो उनके आंदोलन के नए नए मोड़ देखने को मिलेंगे जो सरकार के खिलाफ होंगे।