पौड़ी। डबल इंजन सरकार के कार्यकाल में ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना ने एक और आयाम पार कर दिया है। शनिवार को श्रीकोट से स्वीत के बीच लगभग दो किलोमीटर मुख्य सुरंग का ब्रेक थ्रो (आर पार) हो गया है। सुरंग के आर पार होने पर कार्यदायी कंपनी और आरवीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के अधिकारी-कर्मचारियों व मजदूरों ने खुशी जताते हुए मिठाई बांटी।
वर्तमान में पहाड़ को रेलमार्ग से जोड़ने के लिए सरकार की महत्वकांक्षी 125 किलोमीटर लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलमार्ग परियोजना का काम चल रहा है। परियोजना के अंतर्गत मुख्य सुरंग (मेन टनल) और एस्केप टनल (बचाव सुरंग) की खोदाई का काम जोरों पर है।परियोजना के पैकेज 6 में सोंग द ऋत्विक कंपनी को सुरंग 11 का निर्माण का जिम्मा दिया गया है। 9 किलोमीटर यह सुरंग श्रीनगर के समीप रानीहाट रेलवे स्टेशन को धारी देवी (डुंगरीपंथ) रेलवे स्टेशन से जोड़ रही है। सुरंग श्रीनगर से होते हुए श्रीकोट, स्वीत और चमधार से गुजरेगी।
शनिवार को श्रीकोट और स्वीत के बीच 2.014 किमी लंबे हिस्से को ब्रेक थ्रो किया गया। ब्रेक थ्रो का विस्फोट उप जिलाधिकारी श्रीनगर नुपूर वर्मा के हाथों किया गया। यह मुख्य सुरंग का हिस्सा है। इससे पूर्व अक्टूबर 2023 में एस्केप टनल का ब्रेक थ्रो किया जा चुका है।
ऋत्विक कंपनी के परियोजना प्रबंधक वीरेश चलमी ने बताया कि भारत सरकार के रेल मंत्रालय, आरवीएनएल और विशेषज्ञों के दिशा-निर्देशों के हिसाब से परियोजना की सुरंगों का निर्माण किया जा रहा है। इस मौके पर आरवीएनएल के एजीएम पमीर अरोड़ा, परियोजना निदेशक आरवीएनएल पीयूष पंत, भाजपा मंडल अध्यक्ष जितेंद्र धिरवाण, उद्योग व्यापार सभा के जिलाध्यक्ष वासुदेव कंडारी सहित आदि मौजूद थे।
श्रीकोट से स्वीत के बीच मेन टनल का हुआ ब्रेक थ्रो
