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आदमखोर बाघ से त्रस्त जनता ने किया चक्का जाम, आत्मदाह की चेतावनी देने वाले को लिया हिरासत में


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रामनगर: तीन माह से आदमखोर टाइगर को पकड़े या मारे जाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने एक बार रविवार को एक बार फिर रामनगर कालागढ़ कोटद्वार मोटर मार्ग बंद कर आवाजाही ठप कर दी। जबकि आत्मदाह की चेतावनी देने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी को उनके आवास से हिरासत में ले लिया गया है।
ग्रामीणों का कहना था कि डेढ़ माह पहले बाघ को पकड़ने का आश्वासन दिए जाने के बाद भी कार्बेट प्रशासन आदमखोर बाघ को नहीं पकड़ पाया है। जबकि इस बीच आदमखोर टाइगर दुर्गा देवी को मौत के घाट उतारने के साथ ही कई अन्य लोगों पर हमला भी कर चुका है। यदि समय रहते टाइगर पकड़ लिया जाता तो दुर्गा देवी तथा अन्य लोगों को आदमखोर के हमले से बचाया जा सकता था।

रविवार को सेमलखलिया से झिरना गेट तक धारा 144 लगी होने के बाद भी पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार सांवल्दे, ढेला, बासीटीला सेमलखलिया, गौजानी, कानिया, आमडंडा, मालधन आदि क्षेत्रों के ग्रामीण व महिलाएं दोपहर ग्यारह बजे से ही धरने पर बैठ गए। संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा मांग की गई कि कार्बेट प्रशासन का कोई सक्षम अधिकारी आकर जनता को बताए कि आदमखोर बाघ को मारे या पकड़े जाने को लेकर क्या कार्रवाई की गई है। दिन में डेढ़ बजे तक पार्क प्रशासन का कोई भी अधिकारी ग्रामीणों के धरने पर नहीं पहुंचा तो इस पर महिलाओं ने रामनगर कोलागढ़ मोटर मार्ग पर चक्का जाम कर दिया।

चक्का जाम के बाद ढेला रेंज की एसडीओ ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन देकर जाम खुलवाया। इस मौके पर संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक ललित उप्रेती ने कहा कि कार्बेट पार्क में टाइगर की संख्या 260 से अधिक है जबकि इसकी क्षमता मात्र 65 टाइगर झेलने की है। यही कारण है कि टाइगर व अन्य जंगली जानवर गांव-गांव, घर-घर में घुस रहे हैं। अतः यहां से क्षमता से अधिक टाइगरों को तत्काल हटाया जाना चाहिए।
महेश जोशी ने कहा कि 3 दिन के भीतर आदमखोर टाइगर को नहीं हटाए जाने पर संघर्ष समिति पुनः आंदोलन के विवश होगी जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की होगी। कार्यक्रम में ललिता रावत, तारा बेलवाल, हीरा सिंह, आनन्द नेगी, संजय मेहता, रोहित रुहेला, प्रभात ध्यानी, अनीता गुसाई, उर्मिला देवी, गंगा गिरी, सुमित, मंगली देवी, ललित पांडे, गोपाल मेहरा, राशिद, जगदीश डोर्बी, भावना अधिकारी समेत सैंकड़ों लोगों ने भागीदारी की।

जबकि दूसरी ओर बाघ ने पकड़े जाने पर आत्मदाह की चेतावनी देने वाले पूर्व ब्लॉक प्रमुख संजय नेगी के आवास के पास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। कोतवाल अरुण कुमार सैनी के नेतृत्व पुलिस ने सुबह ही उनके आवास से उन्हें हिरासत में ले लिया। नेगी को तहसील कार्यालय में एसडीएम में समक्ष निजी मुचलके पर रिहा किया गया। जिसके बाद उन्होंने तहसील परिसर में अपने समर्थकों की सभा को संबोधित करते हुए वन विभाग के प्रति आक्रोश व्यक्त किया।

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