उत्तराखंड pwd में लम्बे समय बाद कई न हिलने वाले अधिशाषी अभियंता अगस्त माह के आखिरी दिन हिला दिए गए। जुगाड वाले मनपसंद जगह पहुंच गए तो कुछ के जुगाड बेअसर भी हो गए। कोरोना काल में तबादला सत्र शून्य घोषित होने के बावजूद शासन ने लोक निर्माण विभाग में 34 अधिशासी अभियंताओं को इधर से उधर किया है। कुछ को मैदान से पहाड़ की ओर भेजा गया है तो कुछ पहाड़ से मैदान में उतारे गये हैं।
लोक निर्माण विभाग द्वारा जारी आदेश के तहत प्रभारी सहायक अभियंता किशन चंद आर्य को पीएमजीएसवाई अल्मोड़ा से रुद्रपुर भेजा गया है। राजेन्द्र सिंह खत्री को भटवाड़ी से नरेन्द्र नगर भेजा गया है। अधिशासी अभियंता एलडी मलेथा को लोहाघाट से रानीखेत जाने को कहा गया है। आरिफ खान को नरेन्द्र नगर से लोहाघाट और महेश चंद्र जोशी को रानीखेत से हल्द्वानी भेजा गया है। राज्यवर्धन तिवारी को नरेन्द्र नगर और कलम सिंह नेगी को टिहरी से रामनगर स्थानांतरित किया गया है। उमेश चंद्र पंत को पिथौरागढ़ से अल्मोड़ा, सतवीर सिंह को थराली से लक्सर, अजय काला को प्रमुख अभियंता कार्यालय देहरादून से थराली, जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी को रुद्रप्रयाग से देहरादून, कुंवर सिंह असवाल को देहरादून से रुद्रप्रयाग, महेन्द्र कुमार को रामनगर से रानीखेत स्थानांतरित किया गया है। रुद्रप्रयाग से इंद्रजीत बोस को पुरोला और पुरोला से धीरेंद्र कुमार को रुद्रप्रयाग भेजा गया है।
इसी तरह सहायक अभियंता रविन्द्र कुमार को गोपेश्वर से टिहरी और भुवन चंद्र भंडारी को रामनगर से बैंजरो स्थानांतरित किया गया है। अपर सहायक अभियंता संतन सिंह को बैंजरो से पौड़ी, देशराज को बैजरों से रामनगर, प्रभारी सहायक अभियंता मोहन चंद्र पलड़िया को लोहाघाट से खटीमा स्थानांतरित किया गया है।