चमोली के नारायणबगड़ में सोमवार की रात्रि से शुरू हुई बारिश से मंगलवार सुबह करीब पांच बजे बाजार के ऊपर स्थित पहाड़ी से भूस्खलन होने लगा। इससे कई आवासीय भवन और दुकानों में मलबा घुस गया। घटना के दौरान लोगों ने घरों से भागकर अपनी जान बचाई।
मंगलवार सुबह 5 बजे नारायणबगड़ में बिजली की तेज कड़क सुनकर लोग उठे। लोग घरों से बाहर निकले तो आसपास से गाद युक्त पानी बह रहा था। यह देखकर लोगों ने आनन फानन में घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर भागकर जान बचाई। मलबे से जयवीर सिंह नेगी की गौशाला क्षतिग्रस्त हो गई है। वहीं कमलादेवी पत्नी हमे नंद ढौंढियाल का आवासीय भवन भी तबाह हो गया है। ऐसे में यहां बड़ी संख्या में लोग बेघर हो गये हैं। मलबा बाजार में स्थित दुकानो में भी घुसा है। यहां सड़क पर खड़े वाहन और एम्बुलेंस भी मलबे धंसी हुई है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मलबा घुसने से आवश्यक दवाईयां और अन्य सामान भी खराब हो गया है। बाजार में स्थित लक्ष्मण सिंह, त्रिलोचन सती, प्रेमसिंह, विजय कोहली, राजभूषण सिंह की दुकानों में मलवा घुसने से खासा नुकसान हो गया है।
नारायणबगड़ में हुई घटना से प्रभावित हुए लोगों के आवास के लिये व्यवस्था जीआईसी भवन में की गई है। अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं भी जुटाई जा रही हैं। वहीं घटना में हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। –हरीशचंद्र पांडे, तहसीलदार, नारायणबगड़।