बदरीनाथ संघर्ष समिति ने सरकार से चार धाम यात्रा के लिये ई पास व्यवस्था समाप्त करने की मांग उठाई है। समिति ने ई पास और तीर्थयात्रियों की सीमित संख्या को समाप्त न किये जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। वहीं समिति ने 2 अक्टूबर को बदरीनाथ धाम में बंद करने का ऐलान कर दिया है।
बदरीनाथ में वीरवार को बद्री संघर्ष समिति की ओर से बैठक आयोजित की गई। बैठक में बदरीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित, व्यापारी व स्थानीय लोग ने सरकार की ओर से यात्रा पर आने के लिए ई पास के अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की। कहा गया कि निर्धारित समय के बाद यात्रा सुचारू की गई। लेकिन ई पास जैसी अनिवार्यता के चलते यात्रा का व्यापारियों, तीर्थपुरोहितों और स्थानीय लोगों को खासा लाभ नहीं मिल पा रहा है। बद्री संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेश मेहता का कहना है कि 4 महीने बाद सरकार के द्वारा यात्रा खोली गई है। उसमें भी ई-पास की अनिवार्यता कर यात्रा को गति नहीं मिल पा रही है। समिति का मानना है अब बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के लिए अक्टूबर माह का समय बचा है। जिससे स्थानीय लोग व व्यापारी सब परेशान हैं कि यात्रा के लिये ई पास के कारण कम संख्या में यात्री आ रहे हैं। बैठक में वक्ताओं ने कहा सरकार जल्द से जल्द ई-पास को समाप्त न किये जाने पर बद्री संघर्ष समिति सरकार के विरुद्ध आंदोलन शुरू करे देगी। इस मौके पर विनोद नवानी, जगदम्बा प्रसाद रेवानी, विपुल डिमरी, विनोद डिमरी, बलदेव मेहता, जगजीत मेहता, मनदीप भंडारी, आलोक मेहता, भानू प्रताप भंडारी, संगीता मेहता, विनीत सैनी आदि मौजूद थे।