लगता है साहब लोग किसी टेंशन में हैं। इसीलिए चारधाम यात्रा पर कंफ्यूजन के हालात से गुज़र रहे हैं। तय नहीं कर पा रहे कि करना क्या है। साहबों का क्या, आदेश दे, आदेश ले, खेल सकते हैं। फरमान पर फरमान!
पर फजीता तो जनता का ही होना ठहरा। खैर अब मुद्दे की बात। शासन ने चारधाम यात्रा को लेकर एक बार फिर एसओपी में संशोधन कर दिया है। बुधवार को जारी नई एसओपी में साफ किया गया है कि स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण अनिवार्य होगा और यहां से जारी ई-पास भी साथ में रखना आवश्यक होगा।
इससे पहले मंगलवार को जारी एसओपी में देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराने और ई-पास की बाध्यता से छूट दी गयी थी। इसमें कहा गया था कि सिर्फ देवस्थानम बाेर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कराकर वे सभी श्रद्धालु चारधाम यात्रा पर जा सकते हैं जिनके पास डबल डोज वैक्सीनेशन (15 से पहले का) या फिर कोरोना की नेगेटिव जांच रिपोर्ट होगी। इस एसओपी में ई-पास की बाध्यता खत्म कर दी गयी थी।
अब बुधवार को जारी संशोधित एसओपी में कहा गया है कि स्मार्ट सिटी पर रजिस्ट्रेशन कराने के बाद ई-पास जनरेट होगा। यह ई-पास चारधाम यात्रा के दौरान जरूरी होगा। प्रदेश के अंदर के श्रद्धालुओं के लिए रजिस्ट्रेशन या ई-पास की आवश्यकता नहीं होगी।