रुद्रपुर में दो गोवंश को काटकर खाली प्लाट में फेंकने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने वारदात में शामिल एक गोतस्कर और उसका मांस खरीदने वाले दो लोगों को गिरफ्तार किया है। साथ ही घटना में शामिल एक आरोपित ने रामपुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया है, जबकि फरार चल रहे दो आरोपितों की तलाश में पुलिस और एसओजी जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक पकड़े गए आरोपित ने बताया कि पुलिस के वाहन को देखकर वह गोमांस के अवशेष छोड़कर भाग गए थे।
पत्रकारों से वार्ता करते हुए एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि 9 जनवरी की देर रात ज्योति बारात घर के पास खाली प्लाट में गोवंश काटकर फेंका गया था। इस मामले में गोरक्षा दल के कार्यकर्ता की तहरीर पर पुलिस ने अज्ञात लोगों पर गोहत्या कर शवों को खाली प्लाट में डाकर धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज किया था। साथ ही आरोपितों की धरपकड़ को पुलिस और एसओजी की 10 टीम गठित की गई थी।
इस दौरान मिले सीसीटीवी फुटेज और इलेक्ट्रानिक्स सर्विलांस की मदद से पुलिस ने घटना में प्रयुक्त सफेद रंग की होंडा कार गदरपुर की ओर से तीनपानी होते हुए घटनास्थल रवींद्रनगर क्षेत्र में आते हुए दिखाई दिए। जिसके बाद वह ज्योति बारात घर के पास घटना करने के बाद दिनेशपुर-गदरपुर की ओर जाते हुए दिखाई दिए थे। इस दौरान कार यूपी-25-एक्स-0240 होने की पुष्टि हुई।
जांच में पता चला कि कार सवार आरोपित मूलरूप से रामपुर के हैं और गदरपुर क्षेत्र में किराए में रहते हैं। इस पर गुरुवार रात सीओ सिटी अभय सिंह, एसओजी प्रभारी कमलेश भट्ट, एसआइ धीरेंद्र, कौशल भाकुनी, विजय सिंह पुलिस कर्मियों के साथ गदरपुर पहुंचे। जहां टीम ने मूलरूप से मोहल्ला अगलका, थाना स्वार, रामपुर और हाल जाफरपुर महतोष मस्जिद वाली गली निवासी आरोपित अयूब उर्फ हक्ला पुत्र मोहम्मद अहमद को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि पूछताछ में अयूब ने बताया कि घटना में उसके साथ खिदरपुर, अजीमनगर, रामुपर निवासी दानिश पुत्र अफसर अली, खेमपुर, थाना अजीमपुर, रामपुर निवासी उस्मान पुत्र नक्शे अली और अगलका, थाना स्वार, रामपुर निवासी नईम पुत्र मोहम्मद अहमद शामिल थे। बताया कि घटना वाली रात वह दोनों गोवंशीय को काटने के बाद कार में डाल रहे थे। इस दौरान उनकी कार का पीछला लॉक जाम हो गया और वह नहीं खुला। साथ ही पुलिस का वाहन भी आ गया। जिसे देखकर वे लोग बाकी अवशेष मौके पर छोड़कर फरार हो गए।
कार में रखा गोमांस रामपुर ले गए और खिदरपुर, थाना अजीमनगर, रामपुर निवासी अफसर अली पुत्र अली हुसैन और खेमपुर, थाना अजीमनगर, रामपुर निवासी शौलत अली पुत्र नक्शे अली को बेच दिया। एसएसपी ने बताया कि इस पर पुलिस ने अयूब की निशानदेही पर अफसर अली और शौलत अली को भी गिरफ्तार कर लिया। जबकि उस्मान और नईम के घर में दबिश दी गई लेकिन वह फरार हो गए। गिरोह का सरगना दानिश ने गुरुवार को रामपुर कोर्ट में एक अन्य मामले में सरेंडर कर दिया। एसएसपी ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जा रहा है। फरार दोनों आरोपितों की तलाश की जा रही है, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।