अरुणा आर थपलियाल
यमुनोत्री में भाजपा अपने रूठे जगबीर को घर वापस नही ला पाई। टिकट न मिलने से टूटा दिल भाजपा वाले दोबारा न जोड़ पाए तो कांग्रेस में अपना हाथ आगे कर लिया। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व दरजाधारी राज्य मंत्री जगवीर भंडारी ने 30 जनवरी रविवार को देहरादून में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव के पहलू में दीपक लेकर कांग्रेस भवन में कदम रख लिया। पैदायशी भाजपाई का कांग्रेसीकरण बजरिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग पूर्व सीएम हरीश रावत और पीसीसी अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कराया। इसके साथ ही निर्दलीय विधानसभा चुनाव लडने जा रहे जगबीर ने यमुनोत्री में “केदार” के “कमल पुष्प” को मरोड़कर “हाथ में बिजल्वाण का दीपक” जलाने की कसम भी खा ली।
बता दें कि बीजेपी से नाराज जगबीर भंडारी ने यमुनोत्री विधानसभा सीट से 28 जनवरी को निर्दलीय नामांकन कराया था। भंडारी के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस का जहां फायदा पहुंचेगा वहीं भाजपा ने यमुनोत्री इलाके से एक जमीनी नेता खोया है इससे यमुनोत्री क्षेत्र में भाजपा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
जगवीर भंडारी पूर्व में ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। उन्होंने यमुनोत्री विधानसभा क्षेत्र से 2012 में भाजपा के टिकट से चुनाव भी लड़ा था। तब उन्होंने 10 हजार से अधिक वोट हासिल किए थे। क्षेत्र में लगातार सक्रिय रहते हैं। उनको प्रभाव भी अच्छा है। भंडारी के कांग्रेस ज्वाइन करने से भाजपा को बड़ा झटका लगा है।
जगवीर भंडारी त्रिवेंद्र सरकार में दायित्वधारी भी रह चुके हैं। उनको टिकट मिलने की उम्मीद थी। कहा जा रहा है की सर्वे भी उनके पक्ष में था, बावजूद उनको टिकट नहीं दिया गया, जिससे वो नाराज चल रहे थे।
जगबीर ने पत्रकारों से कहा कि मैं अपना नाम वापस लूंगा और कांग्रेस ज्वाइन करने के बाद पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी के लिए काम करूंगा और यमुनोत्री विधानसभा हम भारी अंतर से जीतेंगे।
यमुनोत्री विधानसभा इलाके में एक और जहां भाजपा में टिकट वितरण को लेकर के पहले ही पुराने पक्के कार्यकर्ता असंतुष्ट हैं, वहीं अच्छे जनाधार वाले जगबीर भंडारी के कांग्रेस में शामिल होने से यमुनोत्री भाजपा के लिए शुभ संकेत नहीं है। जगवीर के कारण यमुनोत्री विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दीपक बिजल्वाण का हाथ अच्छा खासा मजबूत हुआ है। अब भाजपा के दामन से तीर निकल चुका है, जगबीर की घर वापसी का मौका गवाने वाली भाजपा ने चुनावी जंग जीतने का एक बड़ा खिलाड़ी खो दिया।