कोरोना के कारण पिछले दिनों आम जनता की आमदनी में भले ही बड़ा फर्क आया लेकिन उत्तराखंड राज्य के मंत्रियों और विधायकों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं हुआ। उनकी कमाई लगातार बढ़ती गई और वे करोड़ों के मालिक बनते गये। कांग्रेस हो या भाजपा या फिर निर्दल विधायक। एडीआर उत्तराखंड इलेक्शन वॉच की रिपोर्ट के अनुसार पुनः चुनाव लड़ने वाले 51 विधायकों की संपत्ति में 3 से 740 फीसदी तक की वृद्धि हुई है।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स उत्तराखंड इलेक्शन वॉच ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में पुनः चुनाव लड़ने वाले 51 विधायकों के शपथ पत्रों का विश्लेषण कर अपनी रिपोर्ट हल्द्वानी में पत्रकारों के बीच जारी की है। एडीआर की रिपोर्ट में विभिन्न दलों और निर्दलीय विधायक जोकि पुनः चुनाव लड़ रहे हैं की औसतन संपत्ति जहां 2017 में रुपए 4.72 करोड़ थी । वही 2022 में इनकी औसतन संपत्ति रुपए 7.05 करोड हो गई है। 5 वर्षों में इन पुनः चुनाव लड़ने वाले 51 विधायकों की औसतन संपत्ति में 2017 की अपेक्षा 2022 में रुपया 2.33 करोड़ की वृद्धि हुई है जोकि 49 प्रतिशत की औसतन वृद्धि दिखा रहा है।
अमीरी में भाजपा विधायक अव्वल :भारतीय जनता पार्टी से 40 विधायक पुनः चुनाव मैदान में हैं। उनकी औसतन संपत्ति 2017 में 4.85 करोड़ थी वह 2022 में बढ़कर 7.23 करोड रुपए हो गई। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पुनः चुनाव लड़ रहे सभी 10 विधायकों की औसतन संपत्ति 4.61 करोड रुपए 2017 में थी। वह अब बढ़कर 6.80 करोड रुपए हो गई है। एकमात्र निर्दलीय विधायक की संपत्ति 66 लाख रुपए से बढ़कर 2.36 करोड रुपए हो गई है।
कैबिनेट मंत्री भी पीछे नहीं :खटीमा से चुनाव लड रहे हैं उत्तराखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की संपत्ति में 581 प्रतिशत की वृद्धि होना रिपोर्ट में बताया गया है। 2017 के मुकाबले 2022 में उनकी संपत्ति में 2 करोड़ 85 लाख 35 हजार 511 की वृद्धि रिपोर्ट में दर्शाई गई है।
एडीआर की रिपोर्ट का विश्लेषण करने पर पता चलता है कि कबीना मंत्री रही रेखा आर्य की संपत्ति में 97 प्रतिशत, गणेश जोशी की संपत्ति में 197 प्रतिशत, डॉक्टर धन सिंह रावत की संपत्ति में 306 प्रतिशत, बिशन सिंह की संपत्ति में 234 प्रतिशत, अरविंद पांडे की संपत्ति में 196 प्रतिशत, यतीश्वरानंद की संपत्ति में 171 प्रतिशत, सुबोध उनियाल की संपत्ति में 106प्रतिशत, वृद्धि दर्शाई गई है। सरकार में कबीना मंत्री रहे मदन कौशिक की संपत्ति में 177 प्रतिशत, बंशीधर भगत की संपत्ति में 127 प्रतिशत, वृद्धि दर्शाई गई है।