विश्व भर में गायत्री का ज्ञान प्रसार करने के लिए प्रसिद्ध हरिद्वार स्थित शांतिकुंज से जुड़ी बड़ी और राहत भरी खबर है कि संस्थान के मुखिया को फंसाने की साजिश का पर्दा फाश हो चुका है। साजिशकर्ता बेनकाब हो चुका है। शांतिकुंज के प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या को दुष्कर्म के मामले में फंसाने के लिए साज़िश रची गई थी।पुलिस की जांच में पता चला कि शांतिकुंज के ही एक पूर्व सेवादार ने आरोप लगाने वाली युवती को डरा धमका कर साजिश के तहत दुष्कर्म करने का झूठा मुकदमा दर्ज कराया था।पुलिस ने आरोपी पूर्व सेवादार मनमोहन निवासी सिंहभूम झारखंड को गिरफ्तार कर लिया है।
क़रीब एक साल पहले छत्तीसगढ़ की एक युवती ने दिल्ली के विवेक विहार थाने में ज़ीरो एफआइआर दर्ज कराई थी। शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पंड्या और उनकी पत्नी शैलबाला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जीरो एफआईआर ट्रांसफर होकर हरिद्वार आने पर शहर कोतवाली ने मामले की जाँच की।युवती ने आरोप लगाया था कि साल 2010 में शांतिकुंज में प्रणव पंड्या ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। शिकायत करने पर शैलबाला ने मुंह बंद करने की धमकी दी थी।
पुलिस की जाँच में सामने आया कि पीड़िता व उसके माता-पिता को शांतिकुंज के ही एक पूर्व सेवादार मनमोहन ने डरा धमका कर झूठा मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने मनमोहन को गिरफ्तार कर लिया है और साज़िश के दूसरे आरोपियों की पड़ताल की जा रही है।