पौड़ी। स्कूल के बच्चों से बर्तन और कपडे़ धुलवाने वाली राजकीय प्राथमिक विद्यालय भादसी की प्रधानाध्यापिका सस्पेंड हो गई है। जिला शिक्षा अधिकारी ने संबंधित शिक्षिका को सस्पेंड करते हुए उप शिक्षा अधिकारी कार्यालय यमकेश्वर से संबद्ध कर दिया है। उक्त शिक्षिका ने सुनवाई के दौरान अपने उच्च अधिकारी को भी नहीं बख्शा। सुनवाई के समय वह अपने उच्च अधिकारी पर ही आग बबूला हो गई।
पिछले दिनों विकास खंड यमकेश्वर के प्राथमिक विद्यालय भादसी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। इसमें स्कूृल की छात्रा एक शिक्षिका के बर्तन धुलते दिखाई दे रही थी। वीडियो वायरल होने पर सात जुलाई को उप शिक्षा अधिकारी यमकेश्वर ने विद्यालय का स्थलीय निरीक्षण किया। जांच के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने पत्रकार को बुलवा कर 26 जून को यह वीडियो बनाया था। पूछताछ में एक बालिका ने कपडे़े और बर्तन धोने की बात स्वीकारी। सफाई में प्रधानाध्यापिका ने कहा कि अक्तूबर 2022 में उसके हाथ में चोट लग गई थी। उस समय बालिका ने मेरे कपडे़ तार में डाले थे। लेकिन बालिका ने उन्होंने कपड़े नहीं धुलवाए। बच्चों और उनकी चाय साथ बनाई जाती है। चाय पीने के बाद सब बर्तन धुलते हैं। लेकिन बच्चों ने ऐसा होने से मना किया। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि प्रधानाध्यापिका का व्यवहार ग्रामीणों के प्रति ठीक नहीं है। विद्यालय के दोनों शिक्षकों का पठन-पाठन पर ध्यान नहीं है। वह विद्यालय में समय पर नहीं पहुंचते हैं। उनका ज्यादा समय अपडाउन में बीतता है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इससे पूर्व प्रधानाध्यापिका विकास खंड के चार विद्यालयों में सेवा दे चुकी है। उन्हे हर बार विवादों से हटना पड़ा। जांच अधिकारी ने प्रधानाध्यापिका कुसुम नेगी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की संस्तुृति करते हुए जांच आख्या जिले को भेज दी।
जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक शिक्षा रामेंद्र कुशवाहा ने बताया कि 20 जुलाई को सुनवाई करते हुए संबंधित प्रधानाध्यापिका का पक्ष सुना गया। सुनवाई के दाैरान प्रधानाध्यापिका ने उनके साथ भी अभद्रता करते हुए अनुशासनहीनता का परिचय दिया। आरोपों के आधार पर उक्त प्रधानाध्यापिका को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई चल रही है।