पौड़ी। जिलाधिकारी डॉ0 आशीष चौहान ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा करते हुए देरी पर नाराजगी जताई। उन्होंने मिशन कार्योँ में प्रगति लाने के लिए राजस्व व विकास विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को शामिल करने के बावजूद कोई खास प्रगति दिखने पर निर्माणदायी संस्थाओ सहित राजस्व विभाग के क्षेत्रीय अधिकारियों को फटकार लगाई। साथ ही डीएम ने खण्ड विकास अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा।
यहां कैंप आफिस में बैठक लेते हुए जेजेएम की योजनाओ को पूरा करने में जल निगम श्रीनगर की अधिशासी अभियंता दीक्षा नौटियाल के कार्यो को जिलाधिकारी ने सराहा। जबकि जल संस्थान व जल निगम के अन्य अधिकारियों को माह सितम्बर के लिए एफएचटीसी के लक्ष्य दिए गए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मिशन मोड पर कार्य करें, अन्यथा की स्थिति में आवश्यक कार्यवाही अमल में लायी जाएगी।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के कार्यो को मिशन मोड व युद्ध स्तर पर पूरा करने के निर्माणदायी संस्थाओ के अधिकारियों निर्देश दिए हैं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन के जो कार्य पूर्ण हो चुके हैं उन्हें पोर्टल पर भी अपलोड करें। कोटद्वार में जल जीवन मिशन कार्यों की कम प्रगति होने पर जिलाधिकारी ने अधीक्षण अभियंता जल निगम को कार्यों का निरीक्षण करते हुए तेजी से कार्य पूर्ण करवाने के निर्देश भी दिये।
बैठक में सीडीओ अपूर्वा पाण्डे, अधीक्षण अभियंता जल संस्थान प्रवीन कुमार सैनी, पीएम स्वजल दीपक रावत, सहायक अभियंता जल संस्थान पौड़ी सोहन सिंह जेठूड़ी व अधिशासी अभियंता जल निगम श्रीनगर दीक्षा नौटियाल, कोटद्वार अभिषेक मिश्रा सहित अन्य क्षेत्रीय अधिकारी वीसी के माध्यम से उपस्थित थे।