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सीएम ने हरिपुर में किया स्नान घाट का शिलान्यास


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विकासनगर। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को हरिपुर (कालसी) में यमुना नदी के तट पर स्नान घाट/ यमुना घाट के निर्माण कार्य एवं लोक पंचायत द्वारा प्रस्तावित जमुना कृष्ण धाम (मंदिर) का शिलान्यास किया।
कालसी स्थित रामलीला मैदान में आयोजित कार्यक्रम में
मुख्यमंत्री ने कहा कि जन्माष्टमी के पावन पर्व के अवसर पर हरिपुर क्षेत्र के नव-निर्माण का कार्य एक शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि यह कार्य पौराणिक मान्यताओं को पुनर्जीवित करने एवं आध्यात्मिक, सनातन संस्कृति के नए अध्याय को लिखने का कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि हरिपुर क्षेत्र एक बड़ा तीर्थ स्थल हुआ करता था। यह क्षेत्र चारधाम यात्रा का भी एक महत्वपूर्ण स्थल है।
धामी ने कहा कि हरिपुर क्षेत्र में यमुना जी के तट को विकसित कर एक नए तीर्थ स्थल के रूप में आगे बढ़ाया जाएगा। यह क्षेत्र हरिद्वार ऋषिकेश के भांति विश्व विख्यात हो इसके लिए राज्य सरकार हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मां यमुना के आशीर्वाद से भव्य घाट निर्माण का संकल्प पूरा होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिपुर क्षेत्र यमुना, टौंस, नौरा और अमलवा के महासंगम का पवित्र स्थान है। इस स्थान में पूर्व की भांति ही यमुना जी की दिव्य व भव्य आरती का भी आयोजन नियमित रूप से होगा। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में आने वाले लोग यहां की लोक संस्कृति के साथ हमारे आदर सम्मान को भी अपने साथ ले जाएंगे।
इस अवसर पर लोक सभा सांसद श्रीमती माला राज्य लक्ष्मी शाह, विधायक श्री मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष मधु चौहान, भाजपा जिला अध्यक्ष मीता सिंह, मूरत राम शर्मा, नवीन ठाकुर, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, एमडीडीए उपाध्यक्ष श्री वंशीधर तिवारी, सचिव श्री मोहन सिंह बर्निया सहित एमडीडीए के अन्य अधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।
—– यह होगा योजना में खास
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तिवारी ने बताया कि कालसी शहर के आमजन की बहुप्रतीक्षित मांग को दृष्टिगत रखते हुए राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार की राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन द्वारा संचालित नमामि गंगे योजना के अंतर्गत मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के माध्यम से स्नान घाट का निर्माण किया जाना है। घाट का निर्माण यमुना नदी के दाएं तट पर 170 मी लम्बाई व 15 मी चौड़ाई में रु 752 लाख लागत से होगा। इस परियोजना के अंतर्गत सायंकाल आरती हेतु 5 छतरी, 1 गजीबो, श्रद्धालुओं के बैठने हेतु उचित व्यवस्था एवं शेल्टर का निर्माण, स्नान के समय नदी के प्रवाह से सुरक्षा हेतु एसएस रेलिंग एवं सेफ्टी चेन का प्राविधान किया गया है तथा साथ ही रात्रि के समय उचित पथ प्रकाश हेतु सोलर लाइट एवं हाई मास्ट भी प्राविधानित की गयी हैं। जनसुविधाओं को ध्यान में रखते हुए चेंजिंग रूम एवं शौचालयों का पुनरुद्धार किये जाने के साथ- साथ पेयजल की सुविधा भी विकसित की जाएगी। यात्रियों की सुविधा हेतु स्थान स्थान पर साइनेज भी लगाए जायेंगे।

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