नई टिहरी :उत्तराखंड में गुलदार दिन ब दिन मानव जीवन के लिए संकट बन रहे हैं। शायद ही कोई ऐसा दिन जाता हो जब गुलदार के हमले से कोई न कोई जान गंवाता हो अथवा गंभीर रूप से घायल होता हो। 5 सितंबर मंगलवार को पौड़ी जिले में श्रीनगर के पास ढिकवाल गांव में दिनदहाड़े घर के आंगन से 2 साल के बच्चे को गुलदार झपट ले गया, तब बच्चा अपनी दादी की उंगली पकड़कर टहल रहा था।
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अब यहां टिहरी जिले में 6 सितंबर बुधवार को जंगल में घास काटने गई एक महिला पर गुलदार ने हमला कर उसे जख्मी कर दिया। जान बचाने के लिए महिला ने गुलदार पर दरांती से वार किया, जिसके चलते वह भाग निकला। पीएचसी सेमंडीधार में उपचार के बाद महिला को छुट्टी दे दी गई है। दूसरी ओर, प्रतापनगर के भरपूरिया गांव में पिछले दो दिन से वन विभाग को आसपास कहीं गुलदार नहीं दिखाई दिया। ट्रैप कैमरे में भी गुलदार की लोकेशन ट्रेस नहीं हो पाई। जिससे लोगों में भय बना हुआ है।
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ढुंग-मंदार के पूर्व बीडीसी सदस्य विजयपाल सिंह रावत ने बताया कि क्षेत्र के सेमा गांव की गुड्डी देवी (44) पत्नी बालकराम नौटियाल गांव से लगभग 500 मीटर दूर जंगल में घास लेने गई हुई थी। अपराह्न 1.30 बजे के लगभग घास काटते वक्त गुलदार ने एकाएक गुड्डी देवी पर पीछे से हमला बोल दिया। हमले में महिला के हाथ और पैर पर नाखून मारकर गहरे घाव कर दिए। जान बचाने के लिए महिला ने गुलदार पर दरांती से वार किया। महिला के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास घास काट रही अन्य महिलाओं ने शोर मचाया। जिससे गुलदार भाग निकला। बताया कि घायल गुड्डी देवी को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सेमंडीधार में भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने उपचार के बाद छुट्टी दे दी है।
प्रताप नगर क्षेत्र में गुलदार ने ली तीन साल के मासूम की जान
सूचना पर वन विभाग के कर्मी मौके पर पहुंचे। उन्होंने जंगल में गश्त की। लेकिन गुलदार कहीं दिखाई नहीं दिया। यह भी बता दें कि गत माह 26 अगस्त की रात को गुलदार ने भरपूरिया गांव में एक तीन साल के बच्चे को निवाला बना डाला था। रेंज अधिकारी मुकेश रतूड़ी ने बताया कि दो दिन से गुलदार भरपूरिया क्षेत्र में ही दिखाई नहीं दिया। बावजूद टीम वहां लगातार गश्त कर रही है।