बागेश्वर: यहां खाली सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की पार्वती जीती हैं, जबकि कांग्रेस के बसंत मात्र 2810से पिछड़े हैं। कांटे की रही टक्कर।अभी पोस्टल बैलेट की गिनती बाकी है, जिसमें किसी फेरबदल की उम्मीद नहीं है। केबिनेट मंत्री चंदन राम दास के निधन से हुई खाली इस सीट पर 5 सितंबर को मतदान हुआ था। बीजेपी ने जहां चंदन जी की पत्नी पार्वती देवी को चुनाव में उतारा, वहीं कांग्रेस ने बसंत कुमार पर दांव खेला था। तमाम दावों के बीच अति ज्यादा मतों का अंतर न होने से कहा जा सकता है कि कांग्रेस का चयन ठीक था। बसंत के मजबूत होने के कारण ही सत्ताधारी पार्टी जीत का अंतर कोई बड़ा उत्सव मनाने वाली नहीं रख पाई।
बहरहाल 8 सितंबर को हुई मतगणना में पहले राउंड में बढ़त लेने के बाद लगातार मामूली फर्क के साथ पिछड़ते चले गए और कांग्रेस प्रत्याशी बसंत कुमार को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं बीजेपी मुख्यालय में जीत का जमकर जश्न मनाया गया है। जहां बम पटाखों के साथ मिठाई खिलाकर जीत की बधाई दी गई है। वहीं बीजेपी अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है की आयातित प्रत्याशी बसंत कुमार के सहारे कांग्रेस ने जीत की तैयारी की थी। लेकिन आम जनता ने बीजेपी सरकार की नीतियों विकास कार्यों को देखकर वोट किया है। दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष ने इसे सहानभूति की जीत करार दिया है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी उत्साह से लबरेज हैं।