भूकंप की भविष्यवाणी करना कठिन है, लेकिन इसकी आहट कुछ समय पहले मिलना वैज्ञानिक यंत्रों के जरिए कठिन नहीं है। यदि इस आहट का भी समय रहते पता लग जाए तो जानमाल का बचाव किया जा सकता है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार 4 अगस्त को एक मोबाइल एप्लीकेशन ‘उत्तराखण्ड भूकंप अलर्ट’ का शुभारम्भ किया। उत्तराखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, आपदा प्रबंधन विभाग और IIT रुड़की के सौजन्य से बनाये गये इस एप से भूकम्प से पूर्व चेतावनी मिल जाएगी। धामी की मानें तो ऐसा एप बनाने वाला उत्तराखण्ड यह पहला राज्य है। इससे जन सुरक्षा में मदद मिलेगी।
धामी ने कहा कि एप के जरिये भूकंप से क्षतिग्रस्त संरचनाओं में फंसे होने पर सूचना दी जा सकती है। इसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। सी.एम. ने इंजीनियरों से कहा जिन लोगों के पास एंड्राइड फोन नहीं है, उनको भी भूकंप से पूर्व चेतावनी मैसेज पहुंच जाए, एप से यह सुविधा भी प्रदान की जाय।
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2017 में ही कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय ने मोबाइल एप से भूकंप की पूर्व चेतावनी जारी करने की तकनीक विकसित की थी।