✍🏿सलीम मलिक
रामनगर: वन विभाग द्वारा हर साल 1 अक्टूबर से 7 अक्तूबर तक आयोजित होने वाला वन्य प्राणी सप्ताह कॉर्बेट नेशनल पार्क के लिए इस बार खास पल लिए होगा। पार्क प्रशासन की ओर से इस सप्ताह में विभाग के लिए बरसों से सेवा दे रहे दो स्निफर डॉग्स और एक हथिनी को सेवानिवृत्ति दी जाएगी। नियमानुसार तीनो जीव सरकारी सेवा की उम्र पूरी कर चुके हैं।
बता दे कि कॉर्बेट नेशनल पार्क में जंगलों और वन्यजीवों की सुरक्षा के साथ-साथ वन्य जीवों के कातिलों और उनके अंगों का व्यापार करने वाले में तस्करों के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए वनकर्मियों के साथ ही अन्य हाथी और कुत्तों की भी महत्त्वपूर्ण भूमिका रहती है। वन विभाग की ओर से जंगलों की गश्त से लेकर वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर की जाने वाली कवायद के साथ मानव-वन्यजीव संघर्ष के लिए जिम्मेदार हाथी, बाघ, गुलदार आदि को रेस्क्यू करने में भूमिका निभाने के लिए इन पालतू जीवों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित किया जाता है। प्रशिक्षण के बाद विभाग में इन्हें विभागीय कार्यों की सेवा में ले लिया जाता है। सेवा में लिए जाने के साथ ही इनकी उम्र को देखते हुए इनकी कार्यमुक्ति का भी दिन निर्धारित होता है। गाइड लाइन के अनुसार हाथी की काम करने लायक उम्र 65 वर्ष तथा कुत्तों की उम्र 10 वर्ष निर्धारित है। इस उम्र के बाद इन जीवों को सेवा से मुक्त कर इनकी विभाग की ओर से देखभाल की जाती है। कॉर्बेट नेशनल पार्क में भी एक हथिनी और दो स्निफर डॉग रिटायर होने की उम्र तक पहुंच चुके हैं। जिसके तहत पार्क प्रशासन द्वारा 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर के बीच वन्यप्राणी सप्ताह मनाये जाने के दौरान इन्हें सेवामुक्त करने का निर्णय लिया गया है। 4 अक्टूबर को आयोजित होने वाले हाथी दिवस के मौके पर 65 वर्षीय हथिनी “गोतमी” तथा 10 वर्षीय स्निफर डॉग केनेडी और एरीस को सेवानिवृत्ति दे दी जाएगी।
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पार्क वार्डन अमित ग्वासकोटि के मुताबिक वन्य प्राणी सप्ताह के बीच 4 अक्टूबर को आयोजित होने वाले हाथी दिवस के अवसर पर हथिनी गोमती और डॉग केनेडी और एरीस का विदाई समारोह आयोजन की तैयारी चल रही है। हथिनी गोतमी को 18 वर्ष की आयु में असम से कॉर्बेट लाया गया था। गोतमी पिछले 47 वर्षों से विभाग में अपनी सेवा दे रही है। एलीफैंट गाइडलाइन के मुताबिक 65 से ज्यादा उम्र के हाथी से कार्य नहीं करवाया जा सकता है। दोनों स्निफर डॉग की उम्र भी 10-10 वर्ष हो चुकी है। इन दोनों ने भी पार्क की सुरक्षा व्यवस्था के तहत 8 वर्ष तक सेवाएं दी हैं। कार्यमुक्त करने के बाद गोमती से पशु चिकित्सक की सलाह पर उसके स्वास्थ्य को देखते हुए घास आदि लाने के छिटपुट काम कराए जा सकते हैं। जबकि स्निफर डॉग को किसी भी वन चौकी पर रख दिया जाएगा।