गोपेश्वर : उच्च हिमालय में चमोलीजिला स्थित गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के कपाट इस वर्ष शीतकाल के लिए 11 अक्टूबर को बंद कर दिए जायेंगे। गोविंदघाट गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि कपाट बंद होने की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हेमकुंड साहिब में परंपरा के अनुसार सुबह 10 बजे कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिसके तहत यहां 10 बजे से सुखमनी साहब का पाठ किया जाएगा। जिसके बाद 11:15 बजे शबद कीर्तन होगा। दोपहर 12:30 बजे इस वर्ष की अंतिम अरदास के बाद 1 बजे हुक्मनामा पढ़ा जाएगा। इसके पश्चात गुरुग्रंथ साहिब को पंच प्यारों की अगुवाई में सच्चखंड में विराजमान कर हेमकुंड साहिब के कपाट 1:30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे।
पाकिस्तानी तीर्थ यात्रियों की जान बचाई बिजली की तारों ने
हेमकुंड साहिब की इस वर्ष की यात्रा में अभी तक 1 लाख 86 हजार दो तीर्थयात्री गुरुद्वारा साहिब में मत्था टेक चुके हैं। गोविंदघाट गुरुद्वारे के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि इस वर्ष कि गुरुद्वारा साहिब के कपाट बंद होने के मौके पर मत्था टेकने के लिए 3 हजार से अधिक श्रद्धालु पहुंच चुके हैं। वहीं पहली बाद इस मौके पर पाकिस्तान के ननकाना साहिब से काका सिंह के नेतृत्व में 29 लोगों को जत्था भी घांघरिया पहुंच गया है। बताया कि जत्था दर्शनों के बाद 12 अक्तूबर को गोविंदघाट से दिल्ली के लिए रवाना होगा।