-90 मेगावाट तिलोथ पावर हाउस की क्षमता हुई 94.5 मेगावाट
उत्तरकाशी। दीदी भुली महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरकाशी में यूजेवीएन लिमिटेड के तिलोथ विद्युतगृह के आरएमयू कार्यों का लोकार्पण किया। यह उपलब्धि राज्य के बिजली की जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण है। मनेरी भाली प्रथम चरण के तिलोथ पावर हाउस की क्षमता 90 मेगावाट से बढ़ाकर 94.5 मेगावाट की गई है।
यूजेवीएन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक सन्दीप सिंघल ने बताया कि निगम द्वारा ऐसे विद्युतगृहों को जिनकी उपयोगी आयु पूर्ण हो चुकी है तथा जिनकी विद्युत उत्पादन क्षमता कम होती जा रही है, में विद्युत उत्पादन में वृद्धि तथा मशीनों की क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से नवीनीकरण, उच्चीकरण एवं पुनरोद्धार (RMU) के कार्य किए जा रहे हैं। आर.एम.यू. के कार्यों के अंतर्गत ही तिलोथ विद्युत गृह में भी पुरानी मशीनों की मरम्मत तथा जीणोद्धार के कार्य किए गए थे जिनका लोकार्पण आज माननीय मुख्यमंत्री जी के कर कमलों से किया गया है।
श्री संदीप सिंघल ने बताया कि कुल 138 करोड़ रुपए की लागत के तिलोथ विद्युतगृह के आर.एम.यू. के कार्य प्रारंभ किए गए थे जिसके उपरांत परियोजना की स्थापित क्षमता में वृद्धि होने के साथ ही विद्युत उत्पादन में भी आशातीत वृद्धि हुई है। आर.एम.यू. से पूर्व तिलोथ विद्युतगृह की स्थापित क्षमता 90 मेगावाट थी जो आर.एम.यू. के पश्चात बढ़कर 94.5 मेगावाट हो गई है। साथ ही आर.एम.यू. से पूर्व विद्युतगृह से जहां प्रतिवर्ष लगभग 397 मिलियन यूनिट विद्युत का उत्पादन होता था वहीं आर.एम.यू. के पश्चात उत्पादन लगभग 22% बढ़कर 483 मिलियन यूनिट हो गया है। आर.एम.यू. के उपरांत मशीनों की उपलब्धता भी 73.67 प्रतिशत से बढ़कर 77.5 % हो गई है। वित्तीय लाभ की बात करें तो आर.एम.यू. से पूर्व परियोजना से लगभग 57 करोड़ रुपए का वार्षिक राजस्व प्राप्त होता था जो की आर.एम.यू. के पश्चात लगभग 40 करोड़ रुपए बढ़कर लगभग 97 करोड़ रुपए हो गया है। उत्पादन में वृद्धि से जहां विद्युत आपूर्ति व्यवस्था में सुधार होगा वहीं राजस्व में वृद्धि न केवल निगम बल्कि राज्य की भी आर्थिक स्थिति में सुधार करने में मददगार होगी।