कोटद्वार। जिलाधिकारी/प्रशासक नगर निगम कोटद्वार डॉ. आशीष चौहान ने निगम कार्यालय में कार्मिकों की बैठक ली।इस मौके पर उन्होंने कोटद्वार शहर को साफ सुथरा रखने, हाऊस टेक्स को प्रभावी रूप से लागू किये जाने हेतु घरों का वेरिफिकेशन, निगम की अपनी दुकानों से प्राप्त राजस्व के स्पष्ट आँकड़े प्रस्तुत करने, शहर की रेड़ी-ठेली लगाने वालों की तयबजारी को पीओएस मशीनों जोड़कर लेनदेन को डिजिटाइज करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर जिलाधिकारी ने निगम के अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने सहायक नगर आयुक्त को कोटद्वार शहर के स्ट्रीट वेंडर्स का सत्यापन करके पॉइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीन लगवाकर लेनदेन को डिजिटाइज करने के निर्देश दिए हैं। हाऊस टेक्स वसूली को लेकर हीलाहवाली पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट करते हुए एक सप्ताह के भीतर नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सभी भवनों/घरों का वेरिफिकेशन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने निर्देश दिए है। उन्होंने शहर क्षेत्रांतर्गत के अंतर्गत कार्यो को वित्तीय प्राप्ति होने से पूर्व प्रत्याशा में कराए जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने निगम के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि कोई भी कार्य प्रत्याशा में शुरू न करें। नगर प्रशासक ने शहर की कुल 624 प्राइवेट दुकानों व 267 निगम की दुकानों से किराया/टेक्स के रूप में लिये जा रहे शुल्क के एक सप्ताह के भीतर स्पष्ट आंकड़े प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने शहर में 52 हजार स्कवायर किलोमीटर में केवल 11 हजार स्ट्रीट लाइट की उपलब्धता पर भी असंतोष व्यक्त किया । कहा कि निगम की अर्जित आय से स्ट्रीट लाइट की संख्या में इजाफा किया जाएगा। शहर के कूड़े के निस्तारण हेतु प्रशासक ने निर्देश दिए कि कूड़े के निस्तारण में लगी कंपनी अग्रीमेंट के अनुरूप सिस्टमेटिक व साइंटिफिक तरीके से निस्तारण करवाए। उन्होंने निगम कार्यालय को व्यवस्थित करने, निगम के कार्मिकों की व्यक्तिगत पत्रवालियो को अपडेट रखने को कहा है।
बैठक में एसडीएम सोहन सिंह सैनी, सहायक नगर आयुक्त अजहर अली सहित निगम के टेक्स इंस्पेक्टर/कलेक्टर, स्वास्थ्य निरीक्षक सहित नगर निगम के अन्य कार्मिक मौजूद थे।
बजट की प्रत्याशा में काम कराने पर प्रशासक की रोक
