राजेश सरकार/
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत यानी हरदा के बेटे आनंद रावत ने #आम_आदमी_पार्टी के सीएम पद दावेदार रिटायर्ड कर्नल #अजय_कोठियाल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ में काम #हरीश_रावत सरकार ने किया, जबकि इसका सियासी फायदा कोठियाल उठाने में जुटे हैं।
हल्द्वानी में आनंद रावत ने कहा आम आदमी पार्टी के कर्नल अजय कोठियाल ने रोजगार सम्बन्धी जो आंकड़े रखे हैं वह सत्य से कोसो दूर है। कर्नल का यह दावा करना कि उन्होंने अपने प्रयासों से उत्तराखण्ड के 10 हजार युवाओं को आर्मी में भर्ती करवाया, यह पूरी तरह असत्य है। बीते पांच वर्षों के आंकड़ो पर नजर डाले तो दो वर्ष कोरोना ओर लॉकडाउन की भेंट चढ़ गए व तीन वर्षों में कुमाऊँ से 250 व गढ़वाल से 250 युवा ही फ़ौज में भर्ती हो पाए। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव आनंद रावत एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दी। आनंद ने कहा कि जनता में ऐसे कई लोग है जो आज भी उत्तराखण्ड के युवाओं का मार्गदर्शन कर रहे है। बात अगर पैरामिलेट्री की करे तो पिछले 8 वर्षों से आईटीबीपी की एक बार भर्ती निकली थी, जो हल्दूचौड़ में रखी गई थी। उस दौरान नानकमत्ता के एक युवक ने अपनी जान भी गवाई थी। प्रदेश महासचीव ने कहा कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण का श्रेय भी कोटियाल अपने आप को दे रहे है। कहा कि फ़ौज का नियम होता है कि सैनिक युद्ध लड़ते है, ओर नाम कमांडर का होता है। आनदं ने कहा कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण के समय हरीश रावत प्रदेश के सीएम थे, यह बात कोटियाल जी को भूलनी नही चाहिए, इसलिए इसका श्रेय राज्य के असली कमांडर यानि तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत को जाता है। आनंद ने आरोप लगाया कि 2013 की आपदा में पुनर्निर्माण के नाम पर आम आदमी पार्टी ने चंदे के नाम पर भी घोटाला किया था, जिसे जनता भूली नही है।
दिल्ली की केजरीवाल सरकार को आड़े हाथों लेते हुए आनंद ने कहा कि अपने 7 वर्षो के कार्यकाल में केजरीवाल सरकार ने मात्र 65 सौ भर्ती निकाली जबकि उत्तराखण्ड की तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने अपने 32 महीने के कार्यकाल में 32 हजार युवाओं को नोकरी दी। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार केवल ओर केवल तत्कालीन हरीश रावत सरकार की योजनाओं की नकल कर रही है, मेरे बुजुर्ग मेरा तीर्थ, भवन निर्माण योजना, गेस्ट टीचर परिकल्पना इसका जीता जागता उदाहरण है। पत्रकार वार्ता में प्रदेश महासचिव के साथ वरिष्ठ कांग्रेसी नेता खजान पांडेय मुख्य रूप से मौजूद थे।