लोग फिर लापरवाह होने लगे हैं। कोरोना हमलावर होने लगा है। इसका सबूत यह है कि उत्तराखंड सक्रिय मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। वहीं, नौ दिन बात एक मौत हुई। प्रदेश में 38 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। जबकि मात्र 16 मरीज स्वस्थ हुए हैं। एक्टिव केस बढ़कर 356 हो गए हैं। अब तक प्रदेश में 342948 संक्रमित मिल चुके हैं। इनमें से 329159 मरीज ठीक हुए हैं। वहीं, 7381 मरीजों की मौत हुई है।
चमत्कार! उत्तराखंड का स्वास्थ्य मंत्री कोरोना न लेता न देता!
सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बीते 24 धंटे में पौड़ी में सर्वाधिक 18 और देहरादून में 11 संक्रमित मिले हैं। अल्मोड़ा, बागेश्वर, देहरादून, रुद्रप्रयाग, टिहरी, ऊधमसिंह नगर और उत्तरकाशी जनपद में एक भी संक्रमित नहीं मिला है। इसके अलावा चमोली में 2, हरिद्वार में 2, नैनीताल में 3, पिथौरागढ़ में 2 कोरोना पॉजीटिव मिले हैं। उधर, पौड़ी जनपद के एचएनबी बेस अस्पताल श्रीनगर में एक कोरोना संक्रमित मरीज की मौत हुई है।
कोरोना टेस्टिंग का नहीं बढ़ रहा ग्राफ :
प्रदेश में कोविड-19 की जांच का ग्राफ लगातार घट रहा है। करीब दो सप्ताह से प्रदेश में यह आंकड़ा औसतन 10-15 हजार के बीच ही बना हुआ है। आंकड़ों के अनुसार सोमवार को 14657 कोविड-19 सैंपल जांच के लिए भेजे गए। जबकि 13392 सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई।
मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में तीन दिन में 19 छात्र-छात्राएं मिले कोरोना पॉजीटिव : राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में कोरोना बम फूटा है। तीन दिन में एक वार्ड ब्वॉय सहित एमबीबीएस के 19 छात्र-छात्राएं संक्रमित पाए गए हैं। इसके चलते इंटरनल असेसमेंट से जुड़ी परीक्षाओं को 10 दिन के लिए स्थगित कर दिया गया है।
कॉलेज के प्राचार्य प्रो. अरुण जोशी ने बताया कि कॉलेज परिसर में कोरोना संक्रमण के चलते कक्षाएं पहले ही बंद करा दी गई थीं। संक्रमण कम होने के बाद ही कक्षाएं सुचारु हो पाएंगी। इस समय एमबीबीएस के छात्र-छात्राओं की इंटरनल असेसमेंट भी चल रहा है। संक्रमण के चलते इंटरनल असेसमेंट की तिथि भी आगे बढ़ा दी है। अब संक्रमण कम होने पर ही परीक्षाएं होंगी। मेडिकल कॉलेज में अचानक कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने से खलबली मची हुई है। रविवार को सात और छात्र-छात्राओं समेत एक वार्ड ब्वॉय भी संक्रमित पाया गया है। कॉलेज प्रशासन ने अब पूरे स्टाफ की कोरोना जांच करने का निर्णय लिया है। प्राचार्य ने बताया कि रविवार को 107 छात्र-छात्राओं का कोरोना जांच के लिए सैंपल लिया गया। कुल 19 छात्र-छात्राओं में नौ छात्राओं को घर भेज दिया गया था। छात्रों के संपर्क में आने वाले सभी डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ व कर्मचारियों की कोरोना जांच होगी। उधर, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि जिस ब्वायज व गर्ल्स हॉस्टल से कोरोना संक्रमित मिले, उन दोनों हॉस्टलों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में कोविड-19 प्रभारी डॉ. परमजीत सिंह पूरी टीम के साथ सर्विलांस में जुटे हैं। एमबीबीएस छात्र-छात्राओं के अलावा स्टाफ की भी कोरोना जांच शुरू करवा दी गई है।