मुंबई निवासी 13 साल की काम्या कार्तिकेयन उत्तराखंड के चमोली में स्थित माउंट त्रिशूल चोटी के फतह को पहुंची है। 23 सितम्बर को अपने पिता एस कार्तिकेयन सहित दस लोगों की टीम के साथ काम्या रात्रि प्रवास के लिए निर्जन (जहां कोई बसावट नहीं) लाता कोपड़ी बुग्याल पहुंच गई है।
7120 मीटर की ऊंचाई पर स्थित त्रिशूल चोटी पर अभी तक सेना, आईटीबीपी और विदेशी पर्यटकों के दल ही पहुंच पाए हैं। यह बेहद रोमांचक और खतरनाक ट्रेक है। देश-विदेश की विभिन्न चोटियों को फतह करने के बाद काम्या माउंट त्रिशूल चोटी के फतह पर निकली है। बुधवार रात को वे सुतोल गांव के एक होम स्टे में रहे। बृहस्पतिवार को सुबह करीब 10 बजे वे त्रिशूल चोटी के फतह के लिए रवाना हुए और 15 किलोमीटर के ट्रेक को पार कर रात्रि प्रवास के लिए लाता कोपड़ी बुग्याल पहुंच गए हैं। इससे आगे वे चंदनियाघाट होते हुए बेस कैंप होमकुंड पहुंचेंगे। इसके बाद काम्या दल के साथ त्रिशूल चोटी के लिए रवाना होगी।
कौन है काम्या कार्तिकेयन :-
काम्या को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 जनवरी को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं। प्रधानमंत्री ने बीते फरवरी माह में मन की बात में काम्या के साहस का जिक्र किया था।