बुरे काम का बुरा नतीजा। चौकीदार से पुजारी बने एक व्यक्ति और उसके साथी के साथ ऐसा ही हुआ। एक को मौत मिली तो दूसरे को जेल। मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में लंबे समय से कुकर्म कर रहे पुजारी की 32 वर्षीय युवक ने करंट लगाकर हत्या कर दी। पुलिस के मुताबिक पुजारी से बदले में युवक ने पैसे की मांग तो उसने युवक को चोरी के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। युवक को यह बात नागवार गुजरी और उसने पुजारी को दुनिया से ही रुखसत कर दिया।
शुक्रवार को हरिद्वार के एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि नसीरपुर गांव में मंदिर के पुजारी सुखराम उर्फ सूखा की 17 सितम्बर को हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर धर्मेंद्र पुत्र राजवीर निवासी मीरगपुर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने वह और सुखराम एक-दूसरे को कई सालों से जानते थे। वे दुग्चैड़ी स्थित गन्ना सेंटर में चौकीदारी का काम करते थे। एक दिन सुखराम ने उसे 2000 का नोट दिखाया और कमरे में ले गया, जहां सुखराम ने उसके साथ कुकर्म किया। इसके बाद सुखराम अक्सर उससे कुकर्म किया करता था और उसके एवज में पैसे देता था।
बाद में सुखराम नसीरपुर स्थित मंदिर में आ गया। यहां भी उसने उसे कई बार बुलाया और कुकर्म किया। अब सुखराम उसे कुकर्म करने के बाद पैसे भी नहीं देता था। आरोपी ने बताया कि घटना वाली रात वह अपने गांव से साइकिल पर नसीरपुर पहुंचा था। देर रात पहुंचने पर सुखराम ने उसे खाना देने से मना कर दिया और कुकर्म करने लगा।
आरोपी ने पैसे की मांग लेकिन सुखराम ने पैसे देने से इनकार कर दिया। आरोपी के मुताबिक सुखराम ने कहा कि अगर उसने पैसे मांगे तो मंदिर में चोरी के आरोप में फंसा देगा। आरोपी ने अपने बचाव के लिए सुखराम की बिजली का करंट लगाकर हत्या कर दी।