केदारनाथ। केदारनाथ मन्दिर के गर्भगृह में लगे सोने की सोने की प्लेटें को एक तीर्थ पुरोहित ने पीतल की बता दिया। खास बात यह है कि आरोप लगाने वाला व्यक्ति शुरू से ही सोने की प्लेट लगाने के खिलाफ रहा है। अब उसने आरोपों का नया वीडियो वायरल करके फिर से इस मुद्दे को उठा दिया है। वही बीकेटीसी ने इन आरोपों को सच्चाई से परे बताते हुए विधिक कार्रवाई की बात कही है।
केदारनाथ के तीर्थपुरोहित संतोष त्रिवेदी ने केदारनाथ मंदिर के गर्भगृह में लगाई गईं स्वर्णमंडित परतों पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होने सोशल मीडिया में वीडियो अपलोड करते हुए कहा कि यहां सोने के बजाय पीतल लगा हुआ है। इसमें घोटाला हुआ है।
इधर, बीकेटीसी के मुख्य कार्यधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि गर्भगृह की दीवारों व जलहरी को स्वर्णमंडित करने का कार्य एक भक्त के सहयोग से किया गया है। सोशल मीडिया में गर्भगृह में लगाई गई स्वर्णमंडित परतों की गुणवत्ता को लेकर भ्रामक सूचना फैलाई जा रही है। इससे श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है। मंदिर में 23 किलोग्राम सोना लगाया गया है, जिसका बाजार मूल्य 14.38 करोड़ रुपये है। इस मामले में मंदिर समिति विधिक कार्रवाई करेगी।